Thursday 30 August 2012
मृतक के परिजनों को अब मिला इंसाफ
सीतामढ़ी। फास्ट ट्रैक कोर्ट षष्टम के न्यायाधीश अरविन्द कुमार पांडेय ने दो वर्ष पूर्व हुए चर्चित विवाहिता सहिता कुमारी की जघन्य हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा व दस-दस हजार अर्थदंड की सुनाई है। अर्थदंड की राशि भुगतान नहीं किये जाने पर एक वर्ष की अतिरिक्त सजा भोगनी पड़ेगी। मालूम हो कि बुधवार को न्यायाधीश ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपी पति रामलोभित राय व ससुर चंदेश्वर राय को दोषी करार दिया था। सरकार पक्ष से अपर लोक अभियोजक अकिल अहमद ने बहस की।
बताते चले कि बथनाहा थाना क्षेत्र के तुरकौलिया गांव निवासी सोचित खिरहर ने अपनी पुत्री सहिता कुमारी की शादी मेहसौल थाना क्षेत्र के बसवरिया गांव निवासी चंदेश्वर राय के पुत्र राम लोभित राय के साथ वर्ष 2008 में की थी। शादी के बाद सहिता के ससुराल वाले दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे। 17 जून को ससुराल वालों ने सहिता कुमारी को एक राय कर केरोसिन तेल छिड़क कर आग लगा कर उसकी हत्या कर दी। घटना की बाबत मृतका के पिता सोचित खिरहर के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गई। जिसमें उक्त दोनों को आरोपित करते हुए अपनी पुत्री की हत्या कर देने का आरोप लगाया था। विद्वान न्यायाधीश ने पीड़ित परिजनों को दो वषरे में इंसाफ दी है।
Tuesday 28 August 2012
सीतामढ़ी के पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई की मांग
सीतामढ़ी। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अब्दुल बारी सिद्दिकी ने सीतामढ़ी में कालेज की एक छात्रा के आत्महत्या मामले में पुलिस पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए आज पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार पर विभागीय कार्रवाई की मांग की। सिद्दिकी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कालेज छात्रा कंचनबाला की बार बार शिकायत पर भी पुलिस ने आरोपी दबंग के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। पुलिस अधीक्षक से तीन बार शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा आरोपियों से सुलह सफाई करने का लगातार दबाव पीडि़ता पर डाला। इससे तंग आकर युवती ने आत्महत्या कर ली। अपने सुसाइड नोट में छात्रा ने पुलिस अधीक्षक का उल्लेख किया है और कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस संबंध में पुलिस का उदासीनतापूर्ण रवैया लेकर पुलिस अधीक्षक पर घटना की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए और उन पर विभागीय कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस अधीक्षक का तबादला होना चाहिए। मृतक का सुसाइड नोट सार्वजनिक नहीं किया जा रहा और पुलिस बडे हेर फेर की तैयारी कर रही। राजद नेता ने कहा कि हरियाणा के चर्चित गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में जब सुसाइड नोट को लेकर पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को गिरफ्तार किया जा सकता है तो सीतामढ़ी की छात्रा के पत्र पर पुलिस अधीक्षक पर कार्रवाई क्यों नहीं हो सकती? उन्होंने कहा कि राजद के शिष्टमंडल ने सीतामढी के डुमरा जाकर मामले का जायजा लिया है। इसमें पुलिस द्वारा अपराधियों का साथ देने की बात सामने आई है, जबकि मृतक छात्रा का पिता बिहार सैन्य पुलिस :बीएमपी: का हवलदार है। पार्टी की जांच में पता चला है कि पुलिस ने छात्रा पर दबाव डाला कि वह आरोपी से विवाह कर ले। राजद नेता ने आरोप लगाया कि इस मामले में छात्रा के परिवार ने पुलिस महानिदेशक अभयानंद से भी शिकायत की, लेकिन युवती की जान नहीं बचाई जा सकी। पुलिस अधीक्षक चाहते तो कार्रवाई होती। सिद्दिकी ने कहा कि इस घटना और राज्य में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार के विरोध में राजद एक सितंबर को पटना में धरना प्रदर्शन करेगा और राज्यपाल देवानंद कुंवर को ज्ञापन देगा। उल्लेखनीय है कि सीतामढी में डुमरा थाना अंतर्गत वार्ड संख्या चार निवासी कंचनबाला ने बीते 23 अगस्त को आत्महत्या कर ली थी। मृतक के पिता उदयकांत झा बिहार सैन्य पुलिस में हवलदार हैं। अपने सुसाइड नोट में मृतका ने दबंगों द्वारा छेड़खानी और शिकायत करने के बावजूद पुलिस पर आरोपियों का साथ देने का आरोप लगाया था।
Friday 10 August 2012
देशभर में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई
देशभर में शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। तमाम मंदिरों में आकर्षक झांकियां सजाई गईं, पूजा-अर्चना की गई। वातावरण कृष्ण भक्ति से सराबोर रहा। हर कहीं राधे-राधे और जय श्रीकृष्ण की गूंज सुनने को मिली।
भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में जन्माष्टमी का पर्व मनाने के लिए शुक्रवार को हजारों श्रद्धालु वहां पहुंचे। बरसों बाद जन्माष्टमी के दिन मथुरा में भारी बारिश हो रही है, ठंडी हवा बह रही है और बादल छाए हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि करीब 5,000 वर्ष पहले बारिश व तूफान से भरी रात में मथुरा में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।
जन्माष्टमी पर मथुरा में उत्सव का रंग बिखरा हुआ है। हजारों श्रद्धालु मथुरा पहुंच रहे हैं। होटल और धर्मशाला पूरी तरह से भर गए हैं।
वृंदावन व मथुरा के कुछ मंदिरों में श्रीकृष्ण की मूर्तियों पर दूध, दही और शहद चढ़ाकर व विशेष प्रार्थनाएं कर पहले ही यह उत्सव मनाया जा चुका है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य आयोजन श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में हो रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई शहरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर राजधानी में कई जगहों पर भव्य झाकियों का आयोजन किया गया। प्रदेश के कुछ शहरों में गुरुवार को ही जन्माष्टमी मनाई गई। राजधानी लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा और कई अन्य शहरों में जन्माष्टमी आज मनायी जा रही है।
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर पटना सहित बिहार के अधिकांश मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। अंतर्राष्ट्रीय श्रीकृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है।
पटना के रामजानकी चौराहा स्थित राधा-कृष्ण और भगवान जगन्नाथ मंदिर में जन्मोत्सव की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। रात में भजन-कीर्तन और भगवान कृष्ण की झांकी की भी तैयारी की गई है। पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में गुरुवार से तीन दिवसीय प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है। इस दौरान रातभर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा है।
इसके अलावा राज्य के बक्सर, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद व मुंगेर सहित कई जिलों में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया
मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल के मंदिरों में सुबह से ही कृष्ण भक्ति में डूबे भजनों की गूंज सुनाई दे रही है। बिड़ला मंदिर में सुबह से ही श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर में आकर्षक झांकी बनाई गई है।
इंदौर के यशोदा मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्घालु पूजा अर्चना कर रहे हैं। मान्यता है कि इस मदिर में पूजा करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। यह उन विरले मंदिरों में से है, जहां यशोदा अपनी गोद में कृष्ण के बालस्वरूप को लिए हुए हैं। जबलपुर के मंदिरों मे भी सुबह से ही कृष्ण की जय-जयकार हो रही है। यहां के पंचनधा मंदिर में विशेष पूजा का दौर जारी है।
दिल्ली में सुबह से ही बिड़ला मंदिर, इस्कॉन मंदिर अक्षरधाम मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। यहां कीर्तन व विशेष पूजा-अर्चना के साथ श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। रात को श्रीकृष्ण के महाभिषेक का आयोजन होगा। मंदिरों में पुजारी कृष्ण की मूर्ति को पानी व दूध के मिश्रण से स्नान कराएंगे।
दक्षिण दिल्ली स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए 51 किलोग्राम का कृष्णा केक बनाया गया है। ज्यादातर श्रद्धालु मध्यरात्रि तक व्रत जारी रखेंगे। माना जाता है कि मध्यरात्रि में जेल में कृष्ण ने देवकी के गर्भ से जन्म लिया था।
भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में जन्माष्टमी का पर्व मनाने के लिए शुक्रवार को हजारों श्रद्धालु वहां पहुंचे। बरसों बाद जन्माष्टमी के दिन मथुरा में भारी बारिश हो रही है, ठंडी हवा बह रही है और बादल छाए हुए हैं। ऐसा माना जाता है कि करीब 5,000 वर्ष पहले बारिश व तूफान से भरी रात में मथुरा में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था।
जन्माष्टमी पर मथुरा में उत्सव का रंग बिखरा हुआ है। हजारों श्रद्धालु मथुरा पहुंच रहे हैं। होटल और धर्मशाला पूरी तरह से भर गए हैं।
वृंदावन व मथुरा के कुछ मंदिरों में श्रीकृष्ण की मूर्तियों पर दूध, दही और शहद चढ़ाकर व विशेष प्रार्थनाएं कर पहले ही यह उत्सव मनाया जा चुका है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का मुख्य आयोजन श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में हो रहा है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई शहरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर राजधानी में कई जगहों पर भव्य झाकियों का आयोजन किया गया। प्रदेश के कुछ शहरों में गुरुवार को ही जन्माष्टमी मनाई गई। राजधानी लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा और कई अन्य शहरों में जन्माष्टमी आज मनायी जा रही है।
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव को लेकर पटना सहित बिहार के अधिकांश मंदिरों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। अंतर्राष्ट्रीय श्रीकृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा शुक्रवार की रात श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव का आयोजन रखा गया है।
पटना के रामजानकी चौराहा स्थित राधा-कृष्ण और भगवान जगन्नाथ मंदिर में जन्मोत्सव की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं। रात में भजन-कीर्तन और भगवान कृष्ण की झांकी की भी तैयारी की गई है। पटना के प्रसिद्ध महावीर मंदिर में गुरुवार से तीन दिवसीय प्रवचन का कार्यक्रम चल रहा है। इस दौरान रातभर भजन-कीर्तन का दौर चलता रहा है।
इसके अलावा राज्य के बक्सर, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया, औरंगाबाद व मुंगेर सहित कई जिलों में कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया
मध्य प्रदेश में राजधानी भोपाल के मंदिरों में सुबह से ही कृष्ण भक्ति में डूबे भजनों की गूंज सुनाई दे रही है। बिड़ला मंदिर में सुबह से ही श्रद्घालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है। श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर में आकर्षक झांकी बनाई गई है।
इंदौर के यशोदा मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्घालु पूजा अर्चना कर रहे हैं। मान्यता है कि इस मदिर में पूजा करने से संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है। यह उन विरले मंदिरों में से है, जहां यशोदा अपनी गोद में कृष्ण के बालस्वरूप को लिए हुए हैं। जबलपुर के मंदिरों मे भी सुबह से ही कृष्ण की जय-जयकार हो रही है। यहां के पंचनधा मंदिर में विशेष पूजा का दौर जारी है।
इस अवसर पर जगह-जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।
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