Monday 31 December 2012

सड़क अतिक्रमण से जाम की समस्या

बेलसंड। बेलसंड नगर पंचायत के मुख्य पथ में निबंधन कार्यालय के समीप जाम की समस्या स्थायी रूप ले चुकी है। प्रतिदिन इस स्थान पर चौबीसों घंटे जाम लगा रहता है। निबंधन कार्यालय के निकट सड़क के दोनों किनारे ठेला लगाकर नाश्ते की दुकान चलाने वालों एवं सड़क के किनारे फलों एवं सब्जी बेंचने वालों की दुकान सुबह से ही सज जाती है। इन दुकानदारों द्वारा सड़क का अतिक्रमण कर लिए जाने के कारण सड़के काफी संकीर्ण हो जाती है। इसके बाद नगर पंचायत में बस पड़ाव एवं टेम्पो पड़ाव नहीं होने के कारण शेष सड़कों पर टेम्पो चालकों द्वारा सड़क पर टेम्पो लगाकर यात्रियों का इंतजार करने एवं बसों के भी सड़कों पर लगाकर खुलने के समय तक सड़कों पर रखने के कारण सड़क जाम हो जाती है। इस कारण आम लोगों को पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। खासकर विद्यालय के छोटे-छोटे छात्रों को जाम के कारण छुट्टी के बाद घर जाने के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। जाम की समस्या पर चेयरमैन का कहना है कि भगवान का लाख-लाख शुक्रिया है। आज बेलसंड शहर की रौनक लौटने लगी है। लोग बेलसंड में मार्केटिंग के लिए आ रहे हैं। स्वाभाविक है कि जाम की समस्या आएगी। इससे निपटने के लिए कार्य किए जा रहे हैं।

नहीं खुला धान क्रय केंद्र


 
बेलसंड। धान अधप्राप्ति का कार्य अब तक शुरू नहीं होने से बिचौलियों के पौ बारह है। खासकर छोटे कृषक अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अपना धान औने-पौने दामों पर बिचौलियों के हाथ बेचने को विवश है। क्रय केन्द्र खुलने की आस में उनका धैर्य जबाब दे रहा है। छोटे कृषक किसी प्रकार व्यवस्था कर रवि के मौसम में फसलों की बुआई तो कर लिया, लेकिन पटवन के बाद टाप ड्रेसिंग हेतु गेहूं में यूरिया का छिड़काव करना एवं पटवन के लिए डीजल का प्रबंध करना इनके लिए भारी हो गया है। इनकी इस बेवशी का लाभ बिचौलिया उठा रहे है। सरकार द्वारा कृषकों के उत्पाद को खेत से ही क्रय करने की योजना धरातल पर नहीं उतर पाई है। इस कार्य के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करने वाली बिहार राजय खाद्य निगम के कर्मचारी एवं अधिकारी नित्य नई बहाना बनाकर क्रय केन्द्र के खुलने में बाधा उत्पन्न कर रहे है। बिहार राज्य खाद्य निगम के गोदाम में बिचौलियों द्वारा धान की आपूर्ति करने पर उन्हें पर्याप्त कमीशन मिल जाता है। सरकार ने बिचौलियों को हतोत्साहित करने के उद्देश्य से सभी पंचायतों में पैक्सों को एवं प्रखंड स्तर पर व्यापार मंडल को क्रय केन्द्र खोलकर धान की अधिप्राप्ति का आदेश दे दिया है। पिछले वर्ष की भांति पैक्सों को खरीद के पश्चात अविलंब भुगतान हेतु अग्रिम की भी व्यवस्था की है। इसके बावजूद अब तक प्रखंडों में पैक्सों एवं व्यापार मंडलों को क्रय केन्द्र खोलने हेतु अनुमति पत्र नहीं दिए गए है। इस बाबत पचनौर के पैक्स अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, परतापुर पैक्स के अध्यक्ष नवीन कुमार राजन, सौली पैक्स अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण सिंह समेत बेलसंड व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने बताया कि वे लोग धान क्रय केन्द्र खोलने के आदेश का इंतजार कर रहे है। आदेश मिलते ही किसानों से धान की अधिप्राप्ति प्रारंभ कर दी जाएगी। जिलाध्यक्ष को बधाई : सुप्पी (सीतामढ़ी) : प्रखंड राजद अध्यक्ष नौशाद खां व अरविन्द कुमार सिंह ने नव निर्वाचित राजद जिलाध्यक्ष शफिक खां को बधाई देते हुए पार्टी की मजबूती के लिए कार्यकर्ताओं से संपर्क बनाये रखने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि श्री खा के नेतृत्व में पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को विश्वास है।

Saturday 29 December 2012

इंसाफ मांग रहे है लोग

सीतामढ़ी  दिल्ली गैंगरेप की शिकार दामिनी ने आखिरकार दम तोड़ दिया। दामिनी नहीं रहीं, लेकिन जाते - जाते देश को जगा व्यवस्था को हिला गई। वषरे पूर्व एक फिल्म आई थी दामिनी, इसमें दामिनी ने एक बलात्कार पीड़ित एक लड़की को न्याय दिलाने की लंबी जंग लड़ी, लेकिन दिल्ली की दामिनी खुद बलात्कार की शिकार बन गई। हालांकि इस फिल्म के माध्यम से निर्देशक राज कुमार संतोषी ने इंसाफ के लिए आवाज उठाई थी और कोर्ट से तारीख नहीं, इंसाफ मांगा था। दिल्ली की दामिनी की मौत के बाद भी लोग इंसाफ मांग रहे है तारीख नहीं। यही वजह है कि पूरे देश में लोग सड़क पर उतर इंसाफ मांग रहे है। इसका असर सीतामढ़ी में भी दिख रहा है। लोग सड़क पर है, घटना पर रोष जता रहे है, सरकार की निंदा कर रहे है, दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे है। बेलसंड के चेयरमैन नागेंद्र झा ने  गांव से लेकर देश की राजधानी तक लगातार बढ़ रहे नारी उत्पीड़न, बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म व छेड़खानी की घटना की निंदा की। कहा कि इस देश में नारी सुरक्षित नहीं है।  राजद महिला के तत्वावधान में जहां कैंडल मार्च निकाला गया। वहीं विभिन्न समाजिक संगठनों व व्यवसायियों ने मौन जुलूस निकाल व्यवस्था के प्रति प्रतिकार और इस दर्दनाक वारदात पर आक्रोश जताया। युवा समाजसेवी अभिषेक उमंग के नेतृत्व में जिले के समाजिक कार्यकर्ताओं व व्यवसायियों ने शहर के गांधी चौक पर कैंडल मार्च निकाल मृतका के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वक्ताओं ने इस घटना की निंदा की। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के वारदात दरिंदे करते है और ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। कहा कि लोग नारी के सम्मान के बदले उनका अपमान कर रहे हैं। मौके पर डा. प्रतिमा साह, डा. प्रतिमा आनंद, डा. बीएन बाजोरिया, डा. राजेश कुमार सुमन, डा. सुषमा सिंह, डा. एसके वर्मा, डा. बसंत मिश्र, डा. अजय कुमार, डा. अनंत सहाय, अजय कुमार मिश्र, निर्मला मिश्र, भानू प्रताप सिंह, विक्की पंडित अभिषेक यादव, मो. सरफराज व प्रकाश झा आदि मौजूद थे। प्रदेश महिला राजद के तत्वावधान में राजद नेत्री शाहीन परवीन के नेतृत्व में लोगों ने कैंडल मार्च निकाल आक्रोश जताया। कारगिल चौक से हाथ में कैंडल लेकर जुलूस मेहसौल चौक पहुंच कैंडल जला कर मृतक के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर शाहीन ने गांव से लेकर देश की राजधानी तक लगातार बढ़ रहे नारी उत्पीड़न, बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म व छेड़खानी की घटना की निंदा की। कहा कि इस देश में नारी सुरक्षित नहीं है। शाहीन ने सरकार से कड़े कानून बनाने व दोषियों को मृत्यूदंड की सजा देने की मांग की। मौके पर खुर्शिद अंसारी, सलाउद्दीन अंसारी, मो. आजाद, वसीम अकरम, मो. राजू, अशरफूल, मो. दानिश, माला देवी, संध्या देवी, कौशल्या देवी, राधा देवी, गुड़िया खातून, रजिया खातून व मो. जाबिर आदि मौजूद थे। उधर, रोटरी क्लब अध्यक्ष प्रो. डीके पाण्डेय की अध्यक्षता में शहर के किरण चौक पर कैंडल जलां प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मौके पर क्लब सचिव प्रमोद बजाज, विपुल कुमार, बीरेंद्र कुमार, विकास कुमार व पीआर भारद्वाज आदि मौजूद थे। इधर, इंडियन एसोसिएशन आफ फिजियोथेरेपी सीतामढी इकाई के तत्वावधान में डा. विमल कुमार मिश्र की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन कर मृतक के प्रति संवेदना जताई गई। साथ ही सरकार से आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की। मौके पर डा. गौरी शंकर प्रसाद, डा. स्मिता सिंह, डा. हिमांशु, डा. प्रकाश, डा. संतोष कुमार झा व डा. शशि भूषण प्रसाद आदि मौजूद थे। उधर, लायंस क्लब सीतामढ़ी यूथ के तत्वावधान में फिजियोकेयर में शोक सभा का आयोजन कर मृतका को श्रद्धांजलि दी गई। कहा है कि युवती दुनियां से तो गई, लेकिन देश को जगा कर। मौके पर डा. आलोक कुमार, डा. राजेश कुमार सुमन, विजय सर्राफ, अमित गोल्डी, प्रो. राज कुमार गुप्ता, मनीष कुमार, डा. पीके तिवारी, संजीव सिंह व डा. अविनाश तिवारी मौजूद थे। उधर, शहर स्थित गांधी मैदान में छात्र युवा संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में शनिवार को शोक सभा का आयोजन कर मृतका को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अध्यक्ष हरिओम शरण नारायण उर्फ संतोष की अध्यक्षता में आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि युवती ने आखिरकार दम तोड़ दिया। यह घटना समाज के लिए कलंक है। वक्ताओं ने आरोपियों के अलावा दोषी पुलिस पदाधिकारियों को भी कड़ी सजा दिए जाने व कानून में संशोधन की आवाज उठायी। मौके पर आफताब अंजूम बिहारी, अंजारुल हक तौहिद, रतन कुमार मणि, खुर्शिद आलम आजाद, श्रीनिवास मिश्र, अभिषेक रंजन पंकज, अहिराज शैलेंद्र भूषण, प्रवीण यादव, मुकेश कुमार, रितेश भारद्वाज, गौतम कुमार सिंह, रजनीश यादव, अजमत अंसारी व मुकेश कुमार यादव आदि मौजूद थे। उधर, राजद नेता मनोज कुमार ने घटना की निंदा करते शोक जताया है। श्री कुमार ने कहा है कि आदमी की शक्ल में कुछ लोग इस तरह के वारदात को अंजाम दे समाज को कलंकित कर रहे है। जबकि भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष अख्तर हुसैन राजा ने घटना पर शोक जताते कहा है कि अब सरकार, समाजिक संस्थाओं व न्यायपालिका का कर्तव्य बनता है कि वह आरोपियों को कड़ी सजा दे, ताकि मृतक की आत्मा को शांति मिल सके। वहीं प्रदेश कांग्रेस मो. अफाक खान ने घटना को शर्मनाक करार देते हुए कहा है कि इस तरह के वारदात हमारे समाज में इंसान की शक्ल में भेड़िए करते है। इस कांड के आरोपियों को कड़ी सजा मिले।   पुपरी संवाददाता के अनुसार दिल्ली में गैंग रेप की शिकार युवती की मौत पर आम लोगों ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। विनोद कुमार महतो, चंदन चौधरी, बबलू भगत, अरुण कुमार, राकेश झा, मदन चौधरी, मो. अहमद अंसारी, रामजी मुखिया, शिवजी मुखिया ने युवती की मौत पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि यह घटना देश को शर्मशार कर दिया। इसके लिए केन्द्र की सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि अगर पीड़िता को ससमय सिंगापुर इलाज के लिए भेजा जाता तो शायद वह बच जाती।

आम सभा में निर्मल पंचायत बनाने का संकल्प

बेलसंड।  बेलसंड प्रखंड के लोहासी पंचायत में निर्मल भारत अभियान के तहत पंचायत के मुखिया जगन्नाथ राय की अध्यक्षता में एक आम सभा आयोजित की गई। जिसमें जल एवं स्वच्छता समिति के मो. नाजीर अहमद उर्फ लाल जी, सहायक अभियंता सीताराम यादव, कनीय अभियंता रवि कुमार ने उपस्थित लोगों को निर्मल पंचायत के तहत प्रत्येक घर में शौचालय, चापाकल, पक्का चबुतरा, नाला, कुड़ादान, मीनी टैंक से जल आपूर्ति, शोखता गाढ़ा इत्यादि के निर्माण व स्वच्छता के तरीकों की जानकारी दी। मौके पर पंचायत वासियों ने पंचायत को स्वच्छता के माप दंड पर उतर कर निर्मल पंचायत बनाने का संकल्प लिया। आम सभा में प्रखंड समन्वयक कुमार विजय कृष्ण, पंचायत सचिव राम वरण प्रसाद, सरपंच रघुवीर यादव सहित कई जन प्रतिनिधि, आंगनबाड़ी सेविका, आशा व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

Wednesday 26 December 2012

डुमरा नप अध्यक्ष की कुर्सी पर रामनंदन काबिज

सीतामढ़ी : अविश्वास प्रस्ताव के बाद नगर पंचायत अध्यक्ष द्वारा बहुमत साबित नहीं करने पर बुधवार को हुए मतदान में रामनंदन मंडल ने डुमरा नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्जा जमा लिया है। वहीं उपाध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से देवेंद्र पासवान को चुना गया। रामनंदन मंडल ने विमला सिन्हा को एक मत से शिकस्त दे कर कुर्सी पर कब्जा जमाया। श्री मंडल को छह व श्रीमती सिन्हा को पांच मत मिले। अनुमंडल पदाधिकारी सदर के कार्यालय कक्ष में बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान की प्रक्रिया हुई। जिसमें वार्ड संख्या दस के पार्षद रामनंदन मंडल व वार्ड चार की पार्षद विमला सिन्हा के बीच मुकाबला हुआ। उपाध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से देवेन्द्र पासवान को चुना गया।
मौके पर डीडीसी मनोज कुमार, एसडीओ सदर राजेश कुमार व डुमरा बीडीओ अजीत कुमार मौजूद थे। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर डुमरा थानाध्यक्ष मिहिर कुमार सशस्त्र बल के साथ तैनात थे। मालूम हो कि 21 नवम्बर को डुमरा नगर पंचायत अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल पर सदस्यों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। 30 नवम्बर को हुई बैठक में श्री अग्रवाल बहुमत नहीं जुटा पाए थे। 2 मई को उपाध्यक्ष सुनीता चौधरी भी अपना बहुमत नहीं जुटा पाई। तब से अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद रिक्त था। निर्वाचन आयोग द्वारा 26 दिसम्बर को चुनाव की तिथि मुकर्रर की गई थी। इसके आलोक में बुधवार को चुनाव की प्रक्रिया हुई।

ईशाननाथ मंदिर : सुविधाओं का अभाव


दिलीप झा की रिपोर्ट
बेलसंड। ऐतिहासिक दमामी मठ को रामायण सर्किट से जोडऩे व जीर्णोद्वार पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिन्टू के आश्वासन के बाद आशा जगी लेकिन इसको अमलीजामा नहीं पहनाया गया। आज भी यह पर्यटन स्थल सुविधाओं का रोना रो रहा है। जिले के पर्यटन मंत्री होने के बावजूद भी सुनील पिंटू सिर्फ  आश्वासन ही दे रहे हैं। पिछले साल सितंबर महीने में पयटन मंत्री ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित तीन कुआं, तालाब, शमशान घाट एवं ध्वस्त अतिथिशाला का निरीक्षण किया। इस ऐतिहासिक मठ को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए स्थानीय विधायक सुनीता सिंह चौहान, बेलसंड नगर पंचायत चेयरमैन नागेंद्र झा प्रयासरत हैं। इन्होंने मुख्यमंत्री से इसके संबंध में अनुरोध किया था। जिसके आलोक में सरकार ने जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इस संबंध में अनुमंडलाधिकारी डा. विद्यानंद सिंह (बेलसंड) ने सेवानिवृत अभियंता राम निवास शर्मा एवं अन्य लोगों के सहयोग से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर विस्तृत प्रतिवेदन तैयार करा कर जिला प्रशासन के माध्यम से पर्यटन विभाग को भेजा था। ज्ञात हो कि यह मंदिर राजा जनक द्वारा स्थापित बताया जाता है।
 दमामी मठ से विख्यात व बाबा ईशाननाथ मंदिर को रामायण सर्किट से जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है। इसी के साथ अब लोगों को मंदिर के जीर्णोद्वार की उम्मीद जगी थी। उचित देखरेख के अभाव में यह मंदिर ध्वस्त होने के कगार पर है एवं इसे पर्यटन के मानचित्र पर लाने की मांग वर्षों से की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अनुमंडल मुख्यालय से लगभग पांच किमी की दूरी पर अवस्थित दमामी मठ के रूप में विख्यात बाबा ईशान नाथ का दुर्लभ शिवलिंग की पूजा लोग वर्षों से कर रहे हैं। बेलसंडए परसौनी एवं रुन्नीसैदपुर प्रखंडों के हजारों श्रद्धालु सुबह पांच बजे की आरती पूजा के दौरान उपस्थित रहते हैं। स्थानीय लोग अपनी दिनचर्या सुबह में बाबा ईशान नाथ के दर्शन के साथ शुरू करते हैं। वैसे मंदिर में देर रात तक दर्शन करने वालों की भीड़ लगी रहती है। शिव रात्रि, वसंत पंचमी, अनंत चतुर्दशी के अलावा सावन के महीने में खासकर सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। वर्तमान में ध्वस्त अतिथिशाला, पाठशाला, परिसर की चाहरदीवारी, जर्जर पोखर एवं तीन कुंआ के भाग विशेष मंदिर के प्राचीन काल में भव्य तीर्थ स्थान होने की गवाही देते हैं। लगभग 15 एकड़ के विस्तृत क्षेत्र में फैला मंदिर का परिसर इसकी संपन्नता का साक्षी है। पहले यहां वसंत पंचमी एवं दुर्गापूजा के अवसर पर विशाल मेला लगता था। लेकिन अब पहले जैसी बात नहीं है। बताया जाता है कि यह मंदिर राजा जनक के समय में भी अवस्थित था। प्राचीन काल में यह मंदिर बागमती नदी के किनारे स्थापित था। कालांतर में नदी ने अपनी धारा परिवर्तित कर ली। वर्तमान में नदी के प्रतीक के रूप में लगभग बीस किमी लंबा नासी उपलब्ध है। मंदिर परिसर में शिवलिंग के सामने 16 महंथों की समाधी भी भग्नावस्था में मौजूद है। मंदिर के वर्तमान पुजारी गिरी के अनुसार इस मंदिर के जात पहले महंत दुंद गिरी थे। उसके पहले का इतिहास उपलब्ध नहीं है, उसके बाद क्रमश: तुंग गिरी, भैरव गिरी, कनक गिरी, सूरज गिरी, बालकृष्ण गिरी, परिक्षण गिरी, राजनारायण गिरी एवं रामचन्द्र गिरी गुरु शिष्य परंपरा के तहत महंथ होते आए। रामचन्द्र गिरी ने विवाह कर वंश परंपरा कायम की और वर्तमान पुजारी उनके पुत्र हैं। मंदिर का प्राचीन घंटा जिसपर उत्कीर्ण अभिलेख के अनुसार 1293 ई. में कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को जलेश्वर स्थान के महंथ प्रीति गिरी ने सिंह द्वार के सामने स्थापित कराया था। मंदिर का सिंह द्वार बंगाल की स्थापत्य कला से प्रभावित दिखता है। इसका निर्माण सुरखी चूना से किया गया है जो काफी आकर्षक है। राजांतर में पार्वती जी एवं हनुमान जी के मंदिर का निर्माण कराया गया है। मंदिर में अवस्थित शिवलिंग भूतल से 12 फीट नीचे है। शिवलिंग लगभग दो फीट लंबा है एवं काफी आकर्षक है। मंदिर नेपाल के अवस्थित जलेश्वर नाथ एवं अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ से काफी मिलता जुलता है। बरसात के महीनों में शिवलिंग जलमग्न रहता है। मान्यता के अनुसार बरसात के दिनों में लिंग के जलमग्न न होने पर सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होती है। मंदिर में 3 मार्च 2006 में राम निवास शर्मा द्वारा 101.1 किलो का पीतल का घंटा लगवाया गया है एवं अमलेन्दु पांडेय द्वारा बरसात के दिनों में गर्भ गृह से जल निकासी हेतु उपकरण दिए गए है। ऐसी मान्यता है कि रामचन्द्र जी जानकी जी के साथ विवाह के पश्चात जनकपुर से इसी रास्ते अयोध्या गए थे एवं इस मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी।
इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां भक्ति भाव से अगर कुछ भी मांगा जाए तो पूरा हो जाता है।
इस संबंध में पर्यटन मंत्री सुनील कुमार पिंटू का कहना है कि रामायण सर्किट से जोडऩे की घोषणा मैंने की थी लेकिन इन कार्यों में समय लगता है। सीतामढ़ी  के अधिकारी इस संबंध में रिपोर्ट देंगे तो बात बनेगी। समय पर रिपोर्ट आ जाएगी तो इसे सर्किट से जोडऩे की बात होगी। इन कार्यों में समय लगता है।
जब सीतामढ़ी के जिलाधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि यह हमारे हमारे जिले के गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि इस पर सकारात्मक पहल की जाएगी। संस्कृति विभाग के संज्ञान में इसे डाला जाएगा।
        
                                          साभार
                                         दैनिक प्रभात
                                       समाचार पत्र

Tuesday 25 December 2012

नगर में चापाकल गाडऩे का कार्य शुरू

बेलसंड। आजकल बेलसंड नगर पंचायत में पानी की किल्लत नहीं होगी । कुछ दिनों पहले मंत्रीमंडल के फैसले एवं नगर पंचायत की बैठक में हुए निर्णय के बाद लोगों को पीने के पानी के लिए परेशान नही होना पड़ेगा। बेलसंड में इस फैसले के बाद चापाकल गाडऩे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नगर पंचायत के वाशिंदों के जरूरत के अनुसार शहर में चापाकल गाड़े जा रहे हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कैबिनेट ने मुख्यमंत्री चापाकल योजन को मंजूरी दी थी। इसके तहत प्रत्येक विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र में १००-१०० चापाकल लगवा सकेंगे।
 पांच वर्षों तक हर साल विधायकों की अनुशंसा पर हर पंचायत में पांच, नगर निगम के हर वार्ड में तीन, नगर पर्षद के हर वार्ड में दो और नगर पंचायत के हर वार्ड में एक चापाकल लगाया जायेगा। विधान पार्षदों की अनुशंसा पर भी 100-100 चापाकल लगाये जायेंगे। चालू वित्तीय वर्ष में 55240 चापाकल लगाने और अगले तीन वर्ष मेंटेनेंस के लिए 225.29 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गयी है।
अब इसी योजना के तहत नगर पंचायत में चापाकल गाडऩे की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस संबंध में विधायक सुनीता सिंह चौहान के प्रतिनिधि एवं  किसान नेता राणा रणधीर सिंह चौहान ने बताया कि विधायक का लक्ष्य बेलसंड नगर पंचायत को पेयजल की समस्या से मुक्त करने का है। इसके लिए सरकार को स्थानीय निकाय से भरपूर सहयोग मिल रहा है। अगर इसी तरह सहयोग मिलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब बेलसंड जैसे छोटे निकाय को विश्व स्तर पर पहचान मिलेगी। स्थानीय लोगों को निकाय के विकास कार्यों में मदद करनी चाहिए ताकि प्रशाासन अपना कार्य कर सकें।
इस संबंध में नगर पंचायत के मुख्य पार्षद नागेंद्र झा ने कहा कि बेलसंड के लोगों के सहयोग से विकास कार्यों में मुझे कोई दिक्कत नही हो रही है। जनता के सहयोग से ही आज बेलसंड का सही रूप से विकास हो रहा है। नए साल में बेलसंड नगर पंचायत से पीने के पानी समस्या खत्म हो जाएगी। बेलसंड नगर पंचायत के सभी पार्षदों के सहयोग से बेलसंड पानी टंकी से सप्लाई शुरू करने की योजना पर भी कार्य हो रहा है।

पूरे देश में क्रिसमस का उत्साह

गिरजाघरों में प्रार्थनाओं का आयोजन
बेलसंड।
राजधानी दिल्ली, केरल और पूर्वोत्तर राज्यों सहित पूरे देश में प्रभू ईशू का जन्म दिवस पूरे धूमधाम से क्रिसमस के रूप में मनाया जा रहा है। सभी गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनाओं का आयोजन किया गया। नई दिल्ली के बीचोंबीच स्थित सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल गिरिजाघर को बेहद सुंदर तरीके से सजाया गया है और वहां प्रभु ईशु के जन्म को दर्शाती झांकियां प्रदर्शित की गई हैं।  तमिलनाडु स्थित ईसाईयों के तीर्थ स्थल वेलन्कणी में हजारों की संख्या में लोग क्रिसमस का त्योहार मनाने पहुंचे हैं। कल मध्य रात्रि में जैसे ही घड़ी ने 12 बजाए गिरजाघरों के पादरियों ने प्रभू ईशू के जन्म की घोषणा की। हाथों में बाइबल और मोमबती लिए बच्चों ने जन्म की खुशी में गीत गाए और सभी ने एक-दूसरे को बधाई दी। इसी तरह वर्ष 1718 में बने तरंगमबाड़ी स्थित एशिया के सबसे पुराने प्रोटेस्टेंट गिरजाघर 'यरूशलम गिरजाघरÓ में सैकड़ों लोगों ने विशेष प्रार्थना की। क्रिसमस मनाने के लिए मेघालय में स्थानीय लोगों के अलावा बड़ी संख्या में पर्यटक भी जुटे हैं। गिरजाघरों में कल रात से विशेष मास और प्रार्थनाओं का आयोजन किया जा रहा है। कल मध्य रात्रि में प्रभू ईशू के जन्म के बाद से लोग एक-दूसरे को बधाईयां दे रहे हैं और दोस्तों, रिश्तेदारों में तोहफे बांट रहे हैं। मेघालय की राजधानी शिलांग क्रिसमस और नया साल के उत्सव के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है क्योंकि पूरा शहर क्रिसमस ट्री और रंग-बिरंबे बल्बों से सजा हुआ है। पारंपरिक क्रिसमस कैरोल और रंग-बिरंगी झांकियों के अलावा विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। दक्षिण भारत में केरल में लोग पूरी भक्ति, श्रद्धा और विश्वास के साथ क्रिसमस का त्योहार मना रहे हैं। क्रिसमस की पूर्व संख्या पर पैटोम स्थित संत मेरी मलांकरा सीरियन कैथेलिक कैथेड्रल बसीलिका में कार्डिनल मार बसेलियस क्लीमीस ने क्रिसमस मास कराया। प्रार्थनाओं के बाद बारी आई स्वादिष्ट पकवानों की। लोगों ने जमकर केक खाए और खिलाए। पूरे राज्य में होटलों और रेस्तरां को क्रिसमस ट्री, घंटियों और सांता के पुतलों से सजाया है। तमिलनाडु में भी क्रिसमस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। राज्यपाल के. रोसैया सहित नेताओं ने राज्य के लोगों को इस त्योहार की बधाई दी। अपने संदेश में मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने तमिलनाडु के लोगों से प्रभू ईशू के महान सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारने की की सीख दी। द्रमुक नेता एम. करूणानिधि ने भी लोगों को इस अवसर पर शुभकामनाएं दीं।

Sunday 23 December 2012

65 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण

बेलसंड। 21 दिसम्बर से 19 जनवरी तक चलने वाले टीकाकरण अभियान में अब तक लक्ष्य के विरुद्ध 65 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका है। इस अभियान के तहत एक वर्ष से दस वर्ष के 31 हजार बच्चों को चिन्हित किया गया था। जिनमें बीस हजार बच्चों को लाभान्वित कराया जा चुका है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. केसी मिश्र एवं स्वास्थ्य प्रबंधक श्री निवास ने बताया कि 19 जनवरी से पूर्व लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। उन्होंने बच्चों के 28 दिसम्बर से चार दिनों तक विटामीन ए की खुराक 9 माह से पांच वर्ष के सभी बच्चों को अभियान चलाकर देने की भी जानकारी दी। कहा कि पीएचसी के साथ सभी अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्रों, उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर दवा उपलब्ध रहेगी। इस अवसर पर मुख्य पार्षद(अध्यक्ष) उपस्थित थे।

विधायक ने किया प्रस्तावित पुल का निरीक्षण

बेलसंड। पथ निर्माण विभाग की बेलसंड मीनापुर पथ में डुमरिया घाट पर प्रस्तावित पुल निर्माण का स्थल निरीक्षण के पश्चात विधायक सुनीता सिंह चौहान, राणा रणधीर सिंह चौहान और मुख्य पार्षद नाग्रेंद्र झा ने पुल के 19वें किलोमीटर में कासा भवन के निकट बनाने की बात कही है। ज्ञात हो कि डुमरिया घाट पर पुलिया निर्माण हेतु विभाग द्वारा निविदा आमंत्रित कर संवेदक को कार्यादेश दे दिया गया था। संवेदक द्वारा निर्माण कार्य शुरू करने के साथ ही नगर पंचायत के वार्ड नंबर 31 एवं सरैया के लोगों के पुल निर्माण से क्षेत्र के जलप्लावित होने का कारण बताकर पुल निर्माण कार्य रोक दिया था। ग्रामीणों ने अपनी समस्या विधायक से मिलकर बताई। इसके आलोक में विधायक ने कार्यकर्ताओं के साथ प्रस्तावित स्थल का दौड़ा कर सभी पक्षों की बात सुनी। मुख्य पार्षद नाग्रेंद्र झा के आग्रह पर विधायक ने बाढ़ की विभिषिका से त्रस्त सरैया के लोगों को राहत दिलाते हुए निर्माण के लिए सहमती कायम कराया। पुल निर्माण हेतु अभियंताओं के परामर्श से स्थल का परिवर्तन किया गया।

शीतलहर के प्रकोप में बेलसंड, ठिठुर रहे लोग

बेलसंड: शीतलहर के प्रकोप से हर कोई दो चार है किन्तु इससे राहत के लिए अलाव की व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं की जा सकी है। हालांकि अलाव की मांग विगत एक सप्ताह से की जा रही है। इधर खबर मिली है कि कहां-कहां अलाव जलेगा, इसका सर्वे किया जा रहा है। इसके बाद विचार किया जाएगा कि किसे टेंडर दें, राशि कहां से निकले आदि। तब तक लोग ठिठुरते रहें। लगता है जब धूप खिलेंगे तब अलाव लगेंगे।
कुछ लोगों का कहना है कि अलाव आमजनों गरीबों को भले ही गर्मी प्रदान करे या न करे पर इसमें संलिप्त ठेकेदार या फिर आपूर्ति कर्ता की जेब जरूर गरम होगी। इस बीच देर होने से वे लोग भी थोड़े उदास हैं। वहीं कुछ मायूस होकर कहते हैं कि अपने पर भरोसा करें, दान-अनुदान के भरोसे जीवन नैया नहीं चलती। प्रशासन को चाहिए कि यथाशीघ्र अलाव की व्यवस्था करें ऐसा न हो कि देर हो जाए और कोई अनहोनी हो जाये अर्थात ठंड की मार किसी की जान ले लें। ठंड का सबसे सर्द दिन : सबसे सर्द दिन कहा जाएगा। ठंड का आलम यह है कि लोगों के घर निकले पर पाबंदी सी दिखी। सड़के सूनी रही। कनकनी इतनी की कोई कहीं निकलने की हिम्मत नहीं कर सका। यथा संभव यथा शक्ति गर्म कपड़ों में लिपटे लोग ठंड की ही चर्चा करते पाये गये। वही कहीं-कहीं निजी खर्च से अलाव की व्यवस्था कर गर्मी बांटी। बस स्टैंड में कचरे एवं मोबिल टायर आदि तो कई अन्य जगहों पर काटरून जलाकर लोगों ने गर्मी से बचने का प्रयास किया। अलबत्ता आमलेट की दुकानों पर भीड़ है। वहीं शराब से गर्मी लेनेवाले लोग भी चादर के अंदर बोतल लिये इस्टू हाउसों में बैठे कहकहे लगा देश-दुनिया की बात करते पाये गये। हां सड़कें सूनी रही। गरीब तबके के लोग किसी तरह अपने सीमित साधनों की बदौलत जाड़े से लड़ने की जद्दोजहद कर रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि सरकार को चाहिए ठंड के दिनों में वृद्धों को कंबल की आपूर्ति करें।

Saturday 22 December 2012

ईशाननाथ मंदिर : सुविधाओं का अभाव


दिलीप झा की रिपोर्ट
बेलसंड। ऐतिहासिक दमामी मठ को रामायण सर्किट से जोडऩे व जीर्णोद्वार पर्यटन मंत्री सुनिल कुमार पिन्टू के आश्वासन के बाद आशा जगी लेकिन इसको अमलीजामा नहीं पहनाया गया। आज भी यह पर्यटन स्थल सुविधाओं का रोना रो रहा है। जिले के पर्यटन मंत्री होने के बावजूद भी सुनिल पिंटू सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं। पिछले साल सितंबर महीने में पयटन मंत्री ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंदिर परिसर में स्थित तीन कुआं, तालाब, शमशान घाट एवं ध्वस्त अतिथिशाला का निरीक्षण किया। इस ऐतिहासिक मठ को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए स्थानीय विधायक सुनीता सिंह चौहान, बेलसंड नगर पंचायत चेयरमैन नागेंद्र झा प्रयासरत हैं। इन्होंने मुख्यमंत्री से इसके संबंध में अनुरोध किया था। जिसके आलोक में सरकार ने जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। इस संबंध में अनुमंडलाधिकारी डा. विद्यानंद सिंह (बेलसंड) ने सेवानिवृत अभियंता राम निवास शर्मा एवं अन्य लोगों के सहयोग से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर विस्तृत प्रतिवेदन तैयार करा कर जिला प्रशासन के माध्यम से पर्यटन विभाग को भेजा था। ज्ञात हो कि यह मंदिर राजा जनक द्वारा स्थापित बताया जाता है।
 दमामी मठ से विख्यात व बाबा ईशाननाथ मंदिर को रामायण सर्किट से जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है। इसी के साथ अब लोगों को मंदिर के जीर्णोद्वार की उम्मीद जग गई है। उचित देखरेख के अभाव में यह मंदिर ध्वस्त होने के कगार पर है एवं इसे पर्यटन के मानचित्र पर लाने की मांग वर्षों से की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि अनुमंडल मुख्यालय से लगभग पांच किमी की दूरी पर अवस्थित दमामी मठ के रूप में विख्यात बाबा ईशान नाथ का दुर्लभ शिवलिंग की पूजा लोग वर्षों से कर रहे हैं। बेलसंड, परसौनी एवं रुन्नीसैदपुर प्रखंडों के हजारों श्रद्धालु सुबह पांच बजे की आरती पूजा के दौरान उपस्थित रहते हैं। स्थानीय लोग अपनी दिनचर्या सुबह में बाबा ईशान नाथ के दर्शन के साथ शुरू करते हैं। वैसे मंदिर में देर रात तक दर्शन करने वालों की भीड़ लगी रहती है। शिव रात्रि, वसंत पंचमी, अनंत चतुर्दशी के अलावा सावन के महीने में खासकर सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। वर्तमान में ध्वस्त अतिथिशाला, पाठशाला, परिसर की चाहरदीवारी, जर्जर पोखर एवं तीन कुंआ के भाग विशेष मंदिर के प्राचीन काल में भव्य तीर्थ स्थान होने की गवाही देते हैं। लगभग 15 एकड़ के विस्तृत क्षेत्र में फैला मंदिर का परिसर इसकी संपन्नता का साक्षी है। पहले यहां वसंत पंचमी एवं दुर्गापूजा के अवसर पर विशाल मेला लगता था। लेकिन अब पहले जैसी बात नहीं है। बताया जाता है कि यह मंदिर राजा जनक के समय में भी अवस्थित था। प्राचीन काल में यह मंदिर बागमती नदी के किनारे स्थापित था। कालांतर में नदी ने अपनी धारा परिवर्तित कर ली। वर्तमान में नदी के प्रतीक के रूप में लगभग बीस किमी लंबा नासी उपलब्ध है। मंदिर परिसर में शिवलिंग के सामने 16 महंथों की समाधी भी भग्नावस्था में मौजूद है। मंदिर के वर्तमान पुजारी गिरी के अनुसार इस मंदिर के जात पहले महंत दुंद गिरी थे। उसके पहले का इतिहास उपलब्ध नहीं है, उसके बाद क्रमश: तुंग गिरी, भैरव गिरी, कनक गिरी, सूरज गिरी, बालकृष्ण गिरी, परिक्षण गिरी, राजनारायण गिरी एवं रामचन्द्र गिरी गुरु शिष्य परंपरा के तहत महंथ होते आए। रामचन्द्र गिरी ने विवाह कर वंश परंपरा कायम की और वर्तमान पुजारी उनके पुत्र हैं। मंदिर का प्राचीन घंटा जिसपर उत्कीर्ण अभिलेख के अनुसार 1293 ई. में कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को जलेश्वर स्थान के महंथ प्रीति गिरी ने सिंह द्वार के सामने स्थापित कराया था। मंदिर का सिंह द्वार बंगाल की स्थापत्य कला से प्रभावित दिखता है। इसका निर्माण सुरखी चूना से किया गया है जो काफी आकर्षक है। राजांतर में पार्वती जी एवं हनुमान जी के मंदिर का निर्माण कराया गया है। मंदिर में अवस्थित शिवलिंग भूतल से 12 फीट नीचे है। शिवलिंग लगभग दो फीट लंबा है एवं काफी आकर्षक है। मंदिर नेपाल के अवस्थित जलेश्वर नाथ एवं अरेराज स्थित सोमेश्वर नाथ से काफी मिलता जुलता है। बरसात के महीनों में शिवलिंग जलमग्न रहता है। मान्यता के अनुसार बरसात के दिनों में लिंग के जलमग्न न होने पर सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होती है। मंदिर में 3 मार्च 2006 में राम निवास शर्मा, द्वारा 101.1 किलो का पीतल का घंटा लगवाया गया है एवं अमलेन्दु पांडेय द्वारा बरसात के दिनों में गर्भ गृह से जल निकासी हेतु उपकरण दिए गए है। ऐसी मान्यता है कि रामचन्द्र जी जानकी जी के साथ विवाह के पश्चात जनकपुर से इसी रास्ते अयोध्या गए थे एवं इस मंदिर में पूजा अर्चना भी की थी।

Friday 21 December 2012

पांच दुकानों से एक लाख की चोरी

बेलसंड। बुधवार की रात्रि में चोरों के एक गिरोह ने परतापुर चौक स्थित पांच दुकानों की कड़ी निकाल कर लगभग एक लाख की संपत्ति चोरी कर ली। जानकारी के अनुसार चोरों ने नरेश मंडल के कपड़े की दुकान से कीमती साड़ी, रेडिमेड वस्त्र व दुकान में रखे नगदी समेत 60 हजार, नीरज कुमार के इलेक्ट्रानिक्स दुकान से स्टेबलाइजर, वाउचर, मोबाइल समेत 20 हजार, हरि नाथ राम के मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान से ग्राहकों के 32 मोबाइल समेत सैमसंग की एक नई मोबाइल,ं संजय पटेल व अभिषेक कुमार की दुकानों से 8 हजार व 18 हजार की संपत्ति चोरी कर ली। बताया गया है कि पांचों दुकान से लगभग एक लाख की चोरी की गई है। एक माह पूर्व नीरज कुमार की दुकान का दीवाल तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। प्राथमिक दर्ज होने के बावजूद चोरों की शिनाख्त न हो पाने से उनका हौसला बढ़ गया है। दुकानदारों द्वारा सूचना दिये जाने के बावजूद समाचार प्रेषण तक रूपौली उप चुनाव में व्यस्तता के कारण पुलिस घटना स्थल पर नहीं पहुंच सकी थी। थानाध्यक्ष द्वारा चुनाव कार्य संपन्न होने बाद घटना स्थल पर पहुंचने का आश्वासन दिया गया है। चोरी की घटना से आहत दुकानदारों ने अपनी फरियाद विधायक सुनीता सिंह चौहान को सुनाई।

Thursday 20 December 2012

पुल निर्माण कार्य बाधित

बेलसंड। पथ निर्माण विभाग की बेलसंड छतौनी पथ में नगर पंचायत के बसौल घाट पर पुल निर्माण का कार्य जमीन विवाद के कारण बाधित हो गया है। कुछ लोगों द्वारा निर्माण कार्य में व्यवधान उत्पन्न कर विकास कार्य को बाधित करने की साजिश की जा रही है। इसकी जानकारी मिलने पर विधायक प्रतिनिधि सह प्रदेश किसान प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष राणा रणधीर सिंह चौहान ने नगर पंचायत के मुख्य पार्षद नागेन्द्र झा के साथ स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित लोगों के बीच पीडि़त व्यक्तियों की व्यथा सुनी। उन्होंने सड़क की जमीन के नक्शा का भी निरीक्षण किया एवं अभियंता को निर्माण कार्य जारी करने का निर्देश दिया। सड़क की नापी कराकर पुल निर्माण का निर्देश देते हुए कहा कि अगर निर्माण कार्य में और अधिक निजी जमीन की आवश्यकता होने पर लोगों को अपनी जमीन देने के लिए राजी कर सरकार से पर्याप्त मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। नगर पंचायत के मुख्य पार्षद नागेंद्र झा ने लोगों को काफी देर तक समझाया। उन्हें आश्वासन दिया कि सरकार उनके भलाई के लिए सोच रही है। इस विकास कार्य में किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न करें। लोगों ने उनके बातों को गंभीरता से सुना और मुख्य पार्षद को भरोसा दिलाया कि विकास कार्य को पूरी मदद करेंगे।
ज्ञात हो कि 2004 की प्रलंकारी बाढ़ में यह पुल ध्वस्त हो गया था। तबसे पुल निर्माण की मांग की जा रही थी। स्व. रामचन्द्र साहनी एवं नागेंद्र झा के प्रयास से चचरी पुल बनाकर आवागमन चालू कराया गया। वर्तमान विधायक सुनीता सिंह चौहान के प्रयास के बाद यह महत्वपूर्ण पुल स्वीकृत हुआ एवं इसके निर्माण की जिम्मेवारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम को मिली। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने निविदा आमंत्रित कर संवेदक को कार्य आवंटित कर कार्यादेश दिया इसके आलोक में कार्य शुरू कराया गया है। इस अवसर पर पूर्व सरपंच रामचन्द्र साह, श्याम बाबू प्रसाद, कौशल किशोर सिंह, गिरजा नंदन सिंह समेत दर्जनों लोगों उपस्थित थे।

Tuesday 18 December 2012

प्रमाण पत्र के लिए देनी पड़ती रिश्वत : पूर्व सांसद

बेलसंड सीतामढ़ी। पूर्व सांसद सीताराम सिंह ने राजद के स्थानीय कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक में राज्य सरकार पर जम कर बरसे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार के आकंठ डूबी है। आज प्रखंड कार्यालयों में आय एवं आवासीय प्रमाण पत्र के लिए भी जरूरत मंदों को रिश्वत देना पड़ता है। अधिकारी बेलगाम हो गए है। अधिकारियों को मनमानी करने की छूट देकर सरकार आम जनता को परेशान कर रही है। टैक्सों में काफी इजाफा कर दिया गया है। जनता कर के बोझ से कराह रही है। कृषि रोड मैप तैयार कर दिया है। लेकिन बिहार के कोटे का यूरिया नेपाल भेजा जा रहा है। किसान परेशान है। जहरीली शराब से अब तक राज्य में 500 से अधिक लोग मर चुके है। बावजूद सरकार चुप है। शराब की बिक्री धड़ल्ले से जारी है। लगभग हर गांव में शराब की दुकान खोलकर लोगों को शराबी बनाया जा रहा है। नीतीश जी शराब बंदी कीे बजाए शराब पर अधिक टैक्स लगाने की बात कर रहे है। इन सारी समस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए विशेष राज्य के दर्जा की मांग कर जनता को भरमाया जा रहा है। विशेष राज्य के समर्थन के लिए अन्य मुख्यमंत्रियों से सहयोग लेने की जिम्मेवारी नीतीश जी को सौंपी गई है। राजद विशेष राज्य के दर्जा का विरोध नहीं करती। पार्टी नीतीश जी के तौर तरीकों का विरोध करती है। मौके पर राजद के प्रखंड अध्यक्ष जग्रन्नाथ राय, युवा अध्यक्ष राम बाबू राय, लाल बाबू राय, चुन्नी सिंह, राकेश कुमार सिंह समेत कई लोग उपस्थित थे।

Wednesday 12 December 2012

निकायों के खर्च पर सीधे पटना से नजर

बेलसंड/पटना : शहरी निकायों के खर्च पर सीधे मुख्यालय (पटना) से नजर रखी जाएगी। इसके लिए विभाग नया तंत्र विकसित कर रहा है। विभिन्न योजनाओं से संबंधित अलग-अलग बैंक खाते होंगे। निकायों में खाता खुलवाने का अभियान शुरू हो रहा है। ‘पटना’ निकायों के खाते को आनलाइन देख सकेगा। पता चल जाएगा कि किस योजना की कितनी राशि पड़ी है? नगर विकास सचिव डा.एस सिद्धार्थ के अनुसार इस सिस्टम से खर्च की मानीटरिंग में काफी सहूलियत होगी। दरअसल बीते माह नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री एवं सचिव द्वारा प्रमंडलवार निकायों की समीक्षा की गई तो जाहिर हुआ कि अधिकांश निकायों में पैसे तो काफी पड़े हैं मगर खर्च की रफ्तार बड़ी धीमी है। निकायों को टास्क दिया गया है कि दिसंबर तक पूरी राशि का उचित तरीके से इस्तेमाल कर लें। निकायों को राज्य वित्त आयोग, केंद्रीय वित्त आयोग, राज्य योजना और केंद्र प्रायोजित योजनाओं के लिए राशि जाती है।
हाल के वर्षो में नगर निगम, नगर परिषद से लेकर नगर पंचायत तक काफी राशि जा रही है। समय पर पैसा खर्च न होने से नागरिक सुविधाओं पर असर पड़ता है।

राज्य सरकार सभी मोर्चे पर विफल : सीताराम सिंह

तरियानी। महंगाई व भ्रष्टाचार बढ़ा है जिससे अंगुली उठाने लगी है। नेता छिटाकशी करने में लगे हैं। बिहार में स्थिति और भी भयावह हो गई नीचे से ऊपर तक भ्रष्टाचार चरम पर है जो बिना लगाम का भ्रष्टाचार हो गया है। उक्त बातें मंगलवार को फतहपुर उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित प्रखंड स्तरीय राजग कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शिवहर के पूर्व सांसद सीताराम सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचार का लाइसेंस दे रखी है। पहले आय आवसीय, जाति प्रमाण पत्र आवश्कतानुसार एक या दो दिन में बन जाता था लेकिन अब 21 दिन निर्धारित की गई है। इतना ही नहीं सौ का नोट खिड़की पर देने के साथ प्रमाण पत्र मिल जाता है। कोई भी व्यक्ति आज सुरक्षित नहीं है। एक शिक्षक को 6 हजार व दूसरे को 36 हजार दिए जा रहे हैं। लोगों को ठगने हेतु नीतीश कुमार जितना का बजट नहीं है उतना ही शिलान्यास कर रहें। समाज को खंड-खंड में बांट दिया है। इंदिरा आवास, वृद्धा पेंशन, राशन केरोसिन, एपीएल, बीपीएल सभी में गड़बड़ी है। चुनाव के समय उन्होंने जो वादा किए उसमें पूरी तरह विफल हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संगठित होकर नीतीश के वादा खिलाफी का विरोध करने को कहा। पंचायत स्तर तक हम जाएंगे और लोगों को जागरूक करेंगे और राजद सुप्रीमो के हाथ मजबूत करेंगे। श्री सिंह ने कहा की हम शिवहर से चुनाव लड़ेगे। कुछ लोग भ्रम फैला रहा है टिकट नहीं मिलेगा लेकिन टिकट हमें मिलेगा हम पार्टी के शुरू से साथ है साथ रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता राजद प्रखंड अध्यक्ष मो. तफी आलम ने की जबकि कार्यक्रम को शम्भू जी, मो. बहाउद्दीन, कृष्णानंदन राय ने संबोधित किया। मौके पर चुन्नु सिंह, सुरेन्द्र प्र. यादव, मो. दाउद, मो. मुमताज, यूनिस, बिजली सिंह, पवन सिंह, मो. जमीन अंसारी आदि उपस्थित थे।

स्थापना दिवस पर समाहरणालय रोशनी से जगमग

बेलसंड/सीतामढ़ी। विकास के तेल, विश्वास की बाती और उम्मीद की रोशनी से निकली उत्साह मंगलवार को यादगार बना गया। मौका था जिले के 41 वें वर्षगांठ का। इस अवसर पर जहां विकास दौड़ का आयोजन हुआ, वहीं विभिन्न स्टालों के माध्यम से सरकार के विकास योजनाओं का प्रदर्शन किया गया। स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को समाहरणालय रोशनी से जगमग हो गया। वहीं स्टेडियम मैदान को भी कृत्रिम प्रकाश से सजाया गया।
जिले के लिए स्थापना दिवस महत्वपूर्ण : डीएम  जिले का 41 वें स्थापना दिवस समारोह का उद्घाटन रविवार को डीएम अश्विनी दत्तात्रेय ठकरे व विधायक राम नरेश यादव ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर डीएम ने कहा कि किसी भी जिले के लिए स्थापना दिवस महत्वपूर्ण होता है। क्योंकि इस अवसर पर जिला अपने प्रगति का मूल्यांकन करता है। डीएम ने कहा कि सीतामढ़ी जिला विकास के क्षेत्र में नया आयाम बनायेगा। इसके लिए आप सबों का सहयोग जरूरी है। डीएम ने कहा कि मां जानकी की जन्मस्थली में पदस्थापित हो कर वह खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहीं है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एसपी पंकज सिन्हा ने कहा कि सीतामढ़ी में शांति व सद्भाव के प्रति पुलिस प्रशासन संकल्पित है। बस आम जनता सहयोग करे। डीडीसी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जिले में विकास के नए आयाम स्थापित हुए है। प्रतिवर्ष जिले के विकास में गुणात्मक वृद्धि हो रही है। डीडीसी ने कहा कि प्रशासन के सहयोग से योजनाओं को धरातल पर उतारने के प्रति वे संकल्पित है। वहीं एसडीओ सदर राजेश कुमार ने सीतामढ़ी जिले के रूप में बिहार के नक्शे पर आने की चर्चा की। कहा कि सीतामढ़ी की धरती पुण्य धरा है। विधायक राम नरेश यादव ने कहा कि नीतिश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास की अंगराई ले रहा है। स्मारिका का विमोचन  जिला स्थापना दिवस समारोह के दौरान जिला प्रशासन की ओर से प्रकाशित स्मारिका ‘वैदेही’ का विमोचन किया गया। जिसमें सीतामढ़ी की एक झलक के साथ विभिन्न लेखकों की रचनाएं प्रकाशित की गई है। विकास दौड़ में शामिल हुईं छात्रएं सीतामढ़ी। स्थापना दिवस के अवसर पर स्कूली छात्रएं साइकिल रेस के माध्यम से जिले के विकास दौर में शामिल हुई। कारगिल चौक पर डीईओ कुमार सहजानंद, एसडीओ राजेश कुमार, एडीएम शिव दानी सिंह, सुनील कुमार व श्री सुरेश आदि ने संयुक्त रुप से हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। सैकड़ों बालिकाओं का कारवां साइकिल से मुख्यालय डुमरा के स्टेडियम मैदानं पहुंचा। हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम सीतामढ़ी। स्थापना दिवस समारोह के तहत स्टेडियम मैदान में मंगलवार को विभिन्न स्कूली बच्चों ने भव्य व मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। पुरस्कृत किए गए बच्चे डुमरा। स्थापना दिवस पर अपनी प्रस्तुति व प्रदर्शन के माध्यम से लोगों का दिल बाग बाग करने वाले व जिले में आयोजित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों को मेडल व प्रशस्ती पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। मौके पर थे मौजूद : मौके पर विधायक गुडडी चौधरी, बेलसंड नगर पंचायत के चेयरमैन नाग्रेंद्र झा, मोती लाल प्रसाद व दिनकर राम के अलावा जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद थे।

Tuesday 11 December 2012

मौत के विरोध में सड़क जाम

बेलसंड (सीतामढ़ी) । नगर पंचायत वार्ड दो में पार्षद के घर में अनियंत्रित बोलेरो घूस जाने से कुचल कर पार्षद शैल देवी की मौत एवं परिजनों के बुरी तरह घायल होने से आक्रोशित लोगों ने सोमवार की सुबह नगर पंचायत में बैरियर लगाकर सड़क जाम कर दिया। सभी दूकानें स्वत: बंद रखी गई थी। आक्रोशित लोगों द्वारा जगह जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। लोगों द्वारा बोलेरों चालक की गिऱफ्तारी समेत मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी देने, पीड़ित परिवार को 5 लाख मुआबजा देने एवं घायल परिजनों की समुचित चिकित्सा उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। एसडीओ विद्यानंद सिंह के नेतृत्व में डीएसपी संतोष कुमार राय, कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार सिन्हा, बीडीओ सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, थानाध्यक्ष संतोष शर्मा अनि नितेश कुमार सशस्त्र बल के साथ लोगों को समझा कर शांत कराया। दोपहर बाद स्थिति नियंत्रित होने पर शैली देवी के घर के निकट सड़क पर मुख्य पार्षद नागेन्द्र झा द्वारा शोक सभा आयोजित की गई। जिसमें मुख्य पार्षद नागेन्द्र झा, वार्ड पार्षद श्याम सहनी, शकुंतला देवी, गोपाल भगत, मो. इब्राहिम, सुजीत कुमार कुमार सिंह प्यारे, रंजीत कुमार राय, मोनू झा आदि शामिल थे। अधिकारियों ने तत्काल कबीर अंत्योष्टि योजना की राशि मृतक के पति लालबाबू चौधरी को उपलब्ध कराया तथा यथा संभव अन्य सरकारी अनुदान दिलाने का आश्वासन दिया।

Monday 10 December 2012

लोक सभा चुनाव शिवहर से लड़ंगा रघुनाथ झा

बैरगनिया।  राजदपूर्व केंद्रीय मंत्री रघुनाथ झा ने कहा कि सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण अन्तर्राष्ट्रीय महत्ता के प्रखंड बैरगनिया को अनुमंडल का दर्जा मिलना चाहिए। प्रखंड के बेगाही गांव में प्रखंड राजद कार्यकर्ता की बैठक में श्री झा बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब मैं कालेज में पढ़ता था उस वक्त बैरगनिया के विद्युत उत्पादन केन्द्र से संपूर्ण सीतामढ़ी जिले को बिजली मिलती थी। जो खुद आज मोहताज बना है। बैरगनिया के समुचित विकास के लिए जमुआ घाट तथा फुलवरिया घाट पर सड़क पुल बनना अत्यंत आवश्यक है। पूर्व मंत्री ने नंदवारा, परसौनी, चकवा, मसहा के विस्थापित परिवार को पुर्नवासित नहीं किए जाने व पुर्नवासित परिवार को दशकों बाद भी पर्चा नहीं मिलने पर सरकार की आलोचना की। कहा कि सूबे में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। अधिकारी, कर्मचारी की पदस्थापना जाति व पैसा के आधार पर की जा रही है। मनरेगा में 24 हजार करोड़ रुपये का गोलमाल हुआ है, परन्तु सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। इंदिरा आवास के नाम पर दस-दस हजार रिश्वत ली जा रही है। पार्टी आलाकमान ने टिकट दिया तो आगामी लोक सभा चुनाव शिवहर से लड़ंगा । अन्यथा पार्टी जिसे टिकट देगी उन्हें समर्थन करूंगा। मौके पर पूर्व विधायक अजीत कुमार झा, उमेशचन्द्र जायसवाल, करुणाकरण चौधरी, कमर खां, रामाकांत राय, विश्वनाथ प्रसाद गुप्ता, लीलाधर मिश्र, परमेश्वर झा, हृदय नारायण चौधरी आदि ने भी विचार रखे।

उम्मीदों के पुल बने सीतामढ़ी

  मां जानकी की जन्म भूमि के साथ हिमालय की वादियों व पड़ोसी देश नेपाल से सटे सीतामढ़ी को 11 दिसंबर 1972 को जिला का दर्जा मिला। स्थापना के 41 वर्ष के सफर में जिले ने बहुत कुछ पाया है तो खोया भी है। बागमती नदी की गोद में बसे इस जिला को विभाजन भी ङोलना पड़ा। जिले का एक अनुमंडल शिवहर कटकर जिले के रूप में नक्शे पर आया। विकास के आधार पर स्थापित सीतामढ़ी पहले मुजफ्फरपुर जिला में शामिल था। जिस समय जिले की स्थापना हुई, तब यहां मां जानकी की जन्मस्थली समेत कई धार्मिक व पौराणिक स्थल ही थे। इसके अलावा अंग्रेजी हुकूमत की कुछ अवशेष, व गिने चुने शैक्षणिक संस्थान थे। पहले यहां नील की खेती होती थी। जिला मुख्यालय से शहर तक सड़क के दोनों तरफ जंगली वृक्ष थे। जिले का दर्जा मिलने के बाद उम्मीदों के पुल बने, जिंदगी की रफ्तार के लिए सड़के बनी, शिक्षा का इंद्रधनुषी छटा सामने आया। स्कूल, कालेज खुले, इंजिनियरिंग कालेज, पालिटेक्निक स्कूल व मेडिकल कालेज की स्थापना की कवायद भी जारी है। रेलमार्ग बने, सीतामढ़ी स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिला। सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर नई रेल मार्ग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। वहीं दरभंगा-सीतामढ़ी व सीतामढ़ी से बैरगनिया के बीच आमान परिवर्त्तन हुआ है। बैरगनिया - छौड़ादानों के बीच अब ट्रेन चलने का इंतजार है। 40 वषरे में चार स्टेशन व पांच हाल्ट बने है। बाढ़ का कहर ङोलते जिलावासियों को कटौझा, बंशी चाचा पुल ढ़ेंग व डुब्बा घाट पुल तोहफा भी मिला है। मारड़घाट पर पुल का निर्माण हो चुका है। कई सरकारी भवन बने है। जिले ने स्वास्थ्य व्यवस्था में नया मुकाम बनाया है। जिला बनने के पूर्व यहां महज चार पीएचसी थे, अब इनकी संख्या 17 है। स्वास्थ्य सेवा हाईटेक हो चली है। पशुपालन व कृषि व्यवस्था भी विकास की राह में है। नदियों पर बांध व बराज का निर्माण हुआ है। सिंचाई की व्यवस्था हुयी है। वर्ष 1972 में 8 प्रखंड थे अब 17 है। एक नगर परिषद था। वर्तमान में एक नगर परिषद के साथ डुमरा, पुपरी, बैरगनिया व बेलसंड समेत चार नगर पंचायत है। सुरसंड को नगर पंचायत का दर्जा देने की कवायद जारी है। राज्य सरकार ने सीतामढ़ी को पर्यटक स्थल का दर्जा प्रदान किया है। अब केंद्र सरकार से मंजूरी मिलने की प्रतीक्षा है। जेल, पुलिस लाईन, समाहरणालय, न्यायालय, पोस्ट आफिस, स्टेडियम, दूरदर्शन रिले केंद्र, नगर उद्यान आदि सरकारी भवन व आवासीय कालोनी का निर्माण हुआ है।२०१२ में नाग्रेंद्र झा बेलसंड नगर पंचायत के चेयरमैन बनें। उनके चेयरमैन बनते ही बेलसंड की तकदीर बदल गई। ग्रामीण परिवेश में नगर प्रशासन का मेल आपको बेलसंड में देखने को मिलेगा। चेयरमैन बनते ही उन्होंने जनता के दर्द को समझा और स्थानीय प्रशासन को भयमुक्त बना दिया। सफाई को देखकर आपको सहसा अंदाजा लग जाएगा कि नगर किस प्रशासन द्वारा चलाया जा रहा है। नाग्रेंद्र झा ने सर्वप्रथम जवाहरलाल शहरी मलिन बस्ती योजना के तहत बेलसंड के लिए भाग्य खोल दिया। कभी नक्सलियों की पनाहगार के तौर पर बदनाम बेलसंड में कोई वैर भाव नही है। लोगों को एक अच्छे प्रशासन की जरूरत थी जो उन्हें नागेन्द्र झा के प्रशासन में मिल रही है।

Sunday 9 December 2012

धान क्रय शुरू नहीं होने से कृषकों को परेशानी

बेलसंड।  अनुमंडल क्षेत्र में पैक्स व व्यापार मंडल द्वारा धन क्रय शुरू नहीं किए जाने से कृषकों की परेशानी बढ़ गई है। उनके समझ धान के भंडारण की समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं पैसे के अभाव में रबी की बुआई प्रभावित हो रही है। मजबूरी में कुछ कृषक बिचौलियों के हाथ नौ सवा नौ सौ प्रति क्विंटल की दर से धान बेचने को बाध्य है। इससे उन्हें तकरीबन 350 रुपये प्रति क्विंटल का नुकसान उठाना पड़ रहा है। कृषि उत्पादन में बढ़ते लागत व रासायनिक खाद की कीमतों में वृद्धि के कारण बुआई का खर्च काफी बढ़ गया है।

Saturday 8 December 2012

नपं की बैठक में कार्य योजना की स्वीकृति

बेलसंड।  नगर पंचायत की दूसरी बैठक मुख्य पार्षद नागेन्द्र झा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें स्वच्छता व अतिक्रमण मुद्दा छाया रहा। नगर पंचायत के सभागार में आहूत बैठक में जगह-जगह चार चक्का वाला कूड़ादान रखने के साथ पांच ट्राली, दो मशीन जल छिड़काव का यंत्र खरीदने के साथ प्रत्येक पंचायत के बिजली के पोलों पर वेपर लाइट लगाने की स्वीकृति दी गई। वार्ड तीन व पांच के मुहाने पर मस्जिद के निकट पांच सीटों वाले शौचालय का निर्माण, वाडरे में 13 पीसीसी सड़क निर्माण व जेनरेटर खरीदने की स्वीकृति दी गई। वार्ड तीन के पार्षद शकुंतला देवी ने अपने वार्ड में प्राथमिक विद्यालय में महीनों से बंद मध्याह्न् भोजन को चालू कराने की मांग की। बैठक में सड़कों के अतिक्रमण के समस्या पर भी चर्चा की गई। कार्यपालक पदाधिकारी दिलीप कुमार सिन्हा ने सड़कों की नापी कराकर अतिक्रमण मुक्त कराने का आश्वासन दिया। मौके पर श्याम सहनी, विनोद पासवान, नथुनी आलम, मो. वजीर साह, रंधीर कुमार, शकुंतला देवी, सागरा खातून, शैल देवी आदि उपस्थित थीं।

Sunday 2 December 2012

आखिर डीपीआर मकान का निकला टेंडर

चेयरमैन का सपना पूरा होने का एक और चरण बढ़ा
बेलसंड। बेलसंड के लोगों के लिए वह रूत आ ही गई। आखिरकार जवाहरलाल शहरी मलीन बस्ती योजना के तहत बनने वाले मकान का टेंडर आज बिडको कंपनी ने निकाल ही दिया।
इस योजना के तहत बेलसंड नगर पंचायत में १४८७ मकान बनाने की योजना है। इन मकानों का क्षेत्रफल ३०० से ३२० स्कावयर फूट होगा।  इस मकान में दो बेडरूम सहित गैलरी,सीढ़ी होगा। बालकनी बनाने वाले इसमें थोड़ा बहुत अपने जगह के हिसाब से बनवा सकते हैं। काफी समय पहले केंद्र सरकार ने इस प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखा दिया था लेकिन राज्य सरकार के ढीले रवैये के कारण इसमें देरी हो रही थी। लेकिन आखिरकार वह समय आ ही गया। कुछ ही दिन में इस योजना के तहत कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
बेलसंड के चेयरमैन ने पांच साल पहले इस योजना के लिए एड़ी चोटी का पसीना एक करके इस योजना को स्वीकृत कराने के लिए जोर लगाया था। उनके इस अथक प्रयास से इस योजना का टेंडर निकल गया। चेयरमैन चुनाव के समय उन्होंने लोगों से वादा किया था कि चेयरमैन बनते ही काम प्रारंभ करने के लिए पूरी ताकत लगा दूंगा। इस संबंध में बेलसंड ब्लॉग के संवाददाता ने जब उनसे पूछा तो वे भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव के समय ही बेलसंड नगर पंचायत के लोगों से वादा किया था कि चेयरमैन बनते ही बेलसंड को स्वर्ग बना दूंगा। आज वह घड़ी आ गई। आज सुबह हिन्दुस्तान पढ़ रहा तो टेंडर देखकर मन खुश हो गया। उन्होंने कहा कि मैं जब वोट मांगने लोगों के पास जाता था तो लोग मुझे अन्य नेताओं जैसा मान रहे थे लेकिन ज्यादातर लोगों को मेरी बात में सच्चाई लगी और १३ सीटों में से ११ सीटों पर मेरे प्रत्याशियों की जीत हुई। इस जीत के मायने मेरे चेयरमैन पद पर निर्विरोध चुनाव जीतना था। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद मैंने घोषण की थी कि बेलसंड को स्वर्ग बना कर ही दम लूंगा। इसी चरण में मैंने बेलसंड के सफाई व्यवस्था को ठीक करने के लिए पूरी ताकत लगा दी। आज पूरा बेलसंड स्वर्ग सा चमक रहा है। कहीं भी आपको गंदगी नहीं दिखाई पड़ेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद सब कुछ स्वर्ग जैसा ही होगा। इस टेंडर के निकलने के बाद हर तरफ चेयरमैन की जयजयकार हो रही है। वहीं कुछ विरोधी इसे अपनी हार के रूप में देख रहे है। विपक्षियों में प्रदेश के कई धाकड़ नेता भी है। लेकिन नगर पंचायत के चेयरमैन को इस सब से क्या लेना देना। लोगों ने उन्हें बधाई दी। उन्होंने लोगों को धन्यवाद दिया। समर्थकों में जीत की खुशी का आलम है।
इस प्रोजेक्ट के बारे में बेलसंड ब्लॉग के संवाददाता ने जब वार्ड नं. ३ के निवासी रामबाबू प्रसाद से की तो उन्होंने कहा कि नागेंद्र बाबा से यहीं उम्मीद थी। रामबाबू प्रसाद ने कहा कि आज बेलसंड इस प्रोजेक्ट पर नजरें गड़ाए बैठा था। लोगों का सपना पूरा होने को है। बधाई हो नागेंद्र बाबा।
बेलसंड नगर पंचायत वार्ड नं.७ के मो. सलीम का कहना है कि आपके माध्यम से हमे इसके बारे में पता चला। यह तो होना ही था। बेलसंड का चेयरमैन प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी अधिक ईमानदार है। उनमें जाति-पाती का थोड़ा भी असर नहीं है। वे विचारों से ब्राम्ह्ण है। धन्यवाद चेयरमैन साहब।
वहीं वार्ड  नं. ९ व चेयरमैन के क्षेत्र के निवासी गोरख पासवान ने कहा कि पंडिजी को सब हल्का में ले रहलई ह। बाबा कमाल कर दिलई। जुग-जुग जीयू ये बेलसंड के बाबू।
 बेलसंड नगर पंचायत वार्ड न.१३ के लालबाबू कुशवाहा ने कहा कि बाबा में असीम ऊर्जा है। हमलोग जवान होकर भी ऐसी ऊर्जा नहंी दिखा सकते है। लेकिन नाग्रेंद्र बाबा में असीम ऊर्जा है। उन्होंने विपक्षियों को चारो खाने चित कर दिया है। अब आसमां हमारा है।
वार्ड न. १ के निवासी महेश झा ने कहा कि यह बेलसंड का सौभाग्य है कि उन्होंने नागेंद्र झा जैसा चेयरमैन पाया। कुछ लोग कहते थे कि यह सिर्फ चुनावी शिगूफा है। लेकिन मेरा मन कहता था कि नागेंद्र झा साधारण व्यक्तित्व का मालिक नहीं है। वह जो कहते हैं उसे पूरा करने के लिए अपना सर्वस्व न्यौच्छावर कर देते हैं। वहीं ऊर्जा काम आई और आज यह प्रोजेक्ट का टेंडर निकल आया।
वार्ड न. २ के निवासी रमई पासवान ने कहा कि बबा ने सब कुछ पूरा देहली। अब घर बने के इंतजार हये। बबा के बच्चा सब के मन से आशिर्वाद।
वार्ड न. ५ के रहने वाले खोभारी पासवान ने कहा कि प्रोजेक्ट के टेंडर निकल गया तो घर भी जल्द बनेगा।