Saturday 8 September 2012

कंचन सुसाइड केस की जांच ने पकड़ी रफ्तार

12 घंटे तक आइजी अहोतकर ने की मामले की जांच

सीतामढ़ी। ‘कथ्य’ व ‘तथ्य’ की एक-एक कड़ी को जोड़ कंचन सुसाइड मामले का सत्य निकालने में शुक्रवार को भी जुटी रहीं आइजी शोभा अहोतकर। इस क्रम में आखिरकार निकली डुमरा थाना के निलंबित थानाध्यक्ष रामानंदन की बेपरवाह कार्यशैली की सच्चाई। रामानंदन अगर इस मामले के प्रति गंभीरता दिखाते तो निश्चित तौर पर कंचन की जान बच सकती थी। माना जा रहा है कि रामानंदन पर इसकी गाज गिर सकती है। सूत्रों पर यकीन करें तो रामानंदन की बर्खास्तगी भी हो सकती है। जांच में अब तक जो मामले सामने आए हैं उसमें डुमरा के निलंबित थानाध्यक्ष की लापरवाही उजागर हुई है। मामले को लेकर जो एफआइआर दर्ज की गई, उसमें सुसंगत धारा नहीं लगाए गए

सुरक्षा देना पुलिस का कर्तव्य : अहोतकर

सीतामढ़ी। पुलिस के प्रति ‘विश्वास’ खो देने से कंचन जैसी घटनाएं सामने आती है। पुलिस को ‘विश्वास’ को जगह देनी चाहिए। किसी की मां, बहन व बेटी हो, सुरक्षा देना पुलिस का कर्तव्य है। उक्त बातें आइजी रैंक की वरिष्ठ महिला पुलिस अधिकारी शोभा अहोतकर ने शुक्रवार को समाहरणालय स्थित एसपी कक्ष में मीडिया के साथ संक्षिप्त वार्ता में कहीं।
बहुचर्चित कंचन सुसाइड केस की जांच कर रहीं आइजी ने कहा कि हमने डुमरा थाना के रिकार्ड देखे है। डीआइजी, एसपी, तत्कालीन डीएसपी, अनुसंधानक दरोगा व थाने में तैनात अन्य पुलिस अधिकारियों से पूछताछ की। जिसमें कई नए पहलू सामने आए है। उन्होंने कहा कि जांच अभी और चलेगा। सभी तथ्यों को जुटाया जा रहा है। बयान व तथ्य का विश्लेषण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि डुमरा थाने में दो मामले दर्ज है। दोनों मामले को बारीकी से देखा गया है। जिसमें वारदात क्यों हुआ? कैसे हुआ? क्या कार्रवाई हुई? क्या कार्रवाई नहीं हुई? नहीं हुई तो क्यों नहीं हुई? क्या होना चाहिए था? कब - कब क्या हुआ? लड़की के परिजनों द्वारा क्या सिक्युरिटी की मांग की गई थी? लड़की की जान किस वजह व किस परिस्थिति में गई। इन तमाम सवालों की पड़ताल की गई है और सच्चाई निकालने की भी कोशिश की गई है। कुछ तथ्य सामने भी आए है। हालांकि उन्होंने कहा कि अभी बहुत सारे डाक्यूमेंट्स लेने बाकी है। लड़की के अतीत से कुछ लेना-देना नहीं है। जांच का मकसद यह है कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं कभी भी किसी के साथ नहीं हो। उन्होंने अधिकारियों की लापरवाही सामने आने की बाबत पूछे गए सवाल में सिर्फ इतना कहा कि मेरे इनक्वायरी डिटेल में आएगा। जांच रिपोर्ट निष्पक्ष होगी। उनकी यही कोशिश है कि कुछ भी नहीं छूटे। हमें सिर्फ इसी मामले की जांच करनी थी, लेकिन वह अपने रिपोर्ट में इसके अलावा कुछ और भी मंतव्य देंगी। उन्होंने माना कि जिले में महिला पुलिस अधिकारी व कर्मचारी की आवश्यकता है। साथ ही कहा कि महिलाएं पुरुष अधिकारी के समक्ष अपने मन की बात नहीं रख सकती।

महिला आइजी करेंगी निष्पक्ष जांच : राजग

सीतामढ़ी। राजग जिला संचालन समिति की एक बैठक होटल आशीर्वाद के सभागार में जिला संयोजक सुफल झा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में कंनचबाला प्रकरण सहित जिले की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कंचनबाला प्रकरण में पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यालय आईजी शोभा अहोतरक की नियुक्ति के लिए बधाई दी। कहा कि कर्मठ व न्यायप्रिय महिला आईजी के नेतृत्व में पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी। उन्होंने जिले के सभी राजनीतिक दलों, बुद्धिजीवियों, समाज सेवियों, छात्र युवाओं व मजदूर किसानों से अपील किया है कि वे जिले में शांति व्यवस्था व अमन चैन बनाये रखने के लिए पहल करें, जिससे मां जानकी की धरती से एक नया संदेश बिहार वासियों को मिले। मौके पर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद(चेयरमैन) नागेन्द्र झा, जद यू जिलाध्यक्ष मोहन सिंह, सह संयोजक राज किशोर सिंह कुशवाहा, अरुण कुमार गोप, प्रो. उमेश चन्द्र झा, प्रो. अमर कुमार सिंह, रामजी मंडल, राम बाबू साह, सुरेन्द्र पटेल, भाजपा के संजीव चौधरी, डा. जीके झा, निर्मल कुमार व्याहुत, प्रो. वीरेन्द्र सिंह व दिनकर पंडित मौजूद थे।

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