Friday 29 June 2012

मानसून की बेरूखी से किसान चिंतित

बेलसंड।  मानसून की बेरूखी से किसान काफी चिंतित है। किसानों के लिए महत्वपूर्ण आद्रा नक्षत्र में खेतों में उड़ रही धूल से खरीफ फसल की उम्मीदें समाप्त होती जा रही है। किसान हिम्मत जुटा कर बिचड़ा गिराया है, लेकिन पानी की कमी से खेत में दरार पड़ गया है। कुछ किसान पटवन करा कर धान के बिचड़े लगभग तैयार कर चुके है। लेकिन मौसम की बेरूखी के कारण रोपनी करने की हिम्मत नहीं कर पा रहे है। मानसून में बिलंब को देखकर सरकार द्वारा डीजल अनुदान देने की घोषणा के प्रति भी किसान गंभीर नहीं है। इस बाबत पूछे जाने पर किसान विकल कुमार चौधरी ने बताया कि कृषि की बदहाली के लिए प्रकृति से ज्यादा अधिकारी तंत्र जिम्मेवार है। सरकार की घोषणा के बावजूद समय पर आज तक कृषकों को अनुदान का लाभ नहीं मिल पाया है। बेलसंड के कृषकों को मक्का अनुदान, आलू-प्याज अनुदान की राशि स्वीकृत होने के बावजूद नहीं मिली। प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने अनुदान की राशि वापस लौटा दी। डीजल अनुदान भी अधिकारियों की मनमानी का शिकार रहा है। इस संबंध में कृषकों द्वारा वरीय अधिकारियों का बार-बार ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद अनुदान की राशि कृषकों को नहीं मिल सकी। कौशल किशोर सिंह भी कृषि विभाग के अधिकारियों के रवैये से काफी खिन्न है। उन्होंने बताया कि यहां के अधिकारी वास्तव में खेती करने वालों को बीज भी नहीं दे पाते, अक्सर बीजों की बंदरबाट होती रहती है।    

मानसून की बेरूखी से किसान चिंतित

बेलसंड।  मानसून की बेरूखी से किसान काफी चिंतित है। किसानों के लिए महत्वपूर्ण आद्रा नक्षत्र में खेतों में उड़ रही धूल से खरीफ फसल की उम्मीदें समाप्त होती जा रही है। किसान हिम्मत जुटा कर बिचड़ा गिराया है, लेकिन पानी की कमी से खेत में दरार पड़ गया है। कुछ किसान पटवन करा कर धान के बिचड़े लगभग तैयार कर चुके है। लेकिन मौसम की बेरूखी के कारण रोपनी करने की हिम्मत नहीं कर पा रहे है। मानसून में बिलंब को देखकर सरकार द्वारा डीजल अनुदान देने की घोषणा के प्रति भी किसान गंभीर नहीं है। इस बाबत पूछे जाने पर किसान विकल कुमार चौधरी ने बताया कि कृषि की बदहाली के लिए प्रकृति से ज्यादा अधिकारी तंत्र जिम्मेवार है। सरकार की घोषणा के बावजूद समय पर आज तक कृषकों को अनुदान का लाभ नहीं मिल पाया है। बेलसंड के कृषकों को मक्का अनुदान, आलू-प्याज अनुदान की राशि स्वीकृत होने के बावजूद नहीं मिली। प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने अनुदान की राशि वापस लौटा दी। डीजल अनुदान भी अधिकारियों की मनमानी का शिकार रहा है। इस संबंध में कृषकों द्वारा वरीय अधिकारियों का बार-बार ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद अनुदान की राशि कृषकों को नहीं मिल सकी। कौशल किशोर सिंह भी कृषि विभाग के अधिकारियों के रवैये से काफी खिन्न है। उन्होंने बताया कि यहां के अधिकारी वास्तव में खेती करने वालों को बीज भी नहीं दे पाते, अक्सर बीजों की बंदरबाट होती रहती है।          

Thursday 28 June 2012

बाढ़ पूर्व तैयारी को प्रशासन चौकस


एसएफसी में 40 व एफसीआइ के गोदाम में 70 हजार क्विंटल खाद्यान्न का भंडारण


बेलसंड।  बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला प्रशासन चौकस है। बाढ़ के दौरान सहाय्य कार्यो के पर्यवेक्षण को लेकर जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
ग्यारह बने नोडल पदाधिकारी : प्रखर बार जिले के 11 वरीय पदाधिकारियों को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिसमें परिहार प्रखंड के लिए डीसीएलआर सदर राकेश कुमार गुप्ता, सोनबरसा व मेजरगंज के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजकुमार सिन्हा, डुमरा व बथनाहा के लिए डीआरडीए निदेशक नेसार अहमद, चोरौत के लिए भूमि सुधार उपसमाहत्र्ता पुपरी अरविंद मंडल, सुरसंड के लिए जिला योजना पदाधिकारी, बेलसंड व परसौनी के लिए एसडीसी सुनील कुमार झा, पुपरी व बाजपट्टी के लिए एसडीसी महफूज आलम, रीगा के लिए एसडीसी मिर्जा आरिफ रजा, नानपुर व बोखड़ा के लिए एसडीसी धीरेन्द्र कुमार झा, रुन्नीसैदपुर के लिए एसडीसी सुनील कुमार तथा बैरगनिया व सुप्पी के लिए एसडीसी मुकेश कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
उपलब्ध हैं सरकारी 69 नाव : जिले के विभिन्न प्रखंडों में 69 सरकारी नाव उपलब्ध है। जानकारी के अनुसार सबसे अधिक रुन्नीसैदपुर 9, पुपरी में 8, चोरौत में 7, सुरसंड में 6, बाजपट्टी में 5, बेलसंड, सुप्पी व परसौनी 4-4, बोखड़ा, डुमरा व बैरगनिया में 3-3, मेजरगंज, बथनाहा व नानपुर में 2-2 तथा रीगा में 1 सरकारी नाव उपलब्ध है। विभागीय निदेश के आलोक में 200 नाव बनाना है। जिसमें इस बार 65 नाव निर्माण करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा 115 अतिरिक्त नाव बनाई जाएगी। जबकि वर्ष 2011 में 20 बड़ी नाव तैयार कर अंचलों को उपलब्ध करा दिया गया है।
18 मोटरबोट उपलब्ध : विशेष परिस्थिति में राहत कार्य को लेकर 18 मोटरबोट उपलब्ध कराया गया है। जल संसाधन विभाग से दो मोटरबोट एवं आठ इनफ्लैटेबल बोट आवश्यक सामग्रियों के साथ उपलब्ध कराया गया है। दो मोटर बोट सुप्पी में एवं आठ इनफ्लैटेबल बोट रुन्नीसैदपुर, बथनाहा, सुरसंड, बाजपट्टी व परिहार में सुरक्षित रखा गया है। उपलब्ध 250 लाईफ जैकेट में अंचलों को 82 लाईफ जैकेट उपलब्ध करा दिया गया है। जबकि जिला स्तर पर शेष 268 लाइफ जैकेट सुरक्षित रखा गया है। वहीं जिला स्तर पर 1 हजार 351 पोलीथीन सीट उपलब्ध कराया गया है।
चिन्हित की गई 249 शरणस्थली : संभावित बाढ़ के मद्देनजर प्रखंड बार कुल 249 शरणस्थली चिन्हित किए गए है। जिसमें सबसे अधिक रुन्नीसैदपुर में 33, डुमरा में 28, परिहार में 27, सुरसंड में 23, सोनबरसा में 21, नानुपर व बाजपट्टी में 17-17,रीगा में 16, पुपरी में 14, मेजरगंज व बोखड़ा में 11-11, बथनाहा में 8, चोरौत व परसौनी में 7-7, बेलसंड में 5 व सुप्पी व बैरगनिया में 2-2 शरण स्थली का चयन किया गया है।
24 घंटे कार्यरत है कंट्रोल रुम : जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष तीन पालियों में 24 घंटे खुले रहेंगे। जिसका दूरभाष संख्या 1077 व 250316 उपलब्ध कराया गया है।
खाद्यान्न का हुआ भंडारण : संभावित बाढ़ के मद्देनजर एसएफसी एवं एफसीआई के गोदाम में खाद्यान्न का भंडारण किया गया है। जानकारी के अनुसार एसएफसी के गोदाम में 40 हजार क्विंटल व एफसीआई के गोदाम में 70 हजार क्विंटल खाद्यान्न का भंडारण किया गया है। एफसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक से एक लाख क्विटंल खाद्य का भंडारण के लिए अनुरोध किया गया है।

व्यवसायी हत्या में चार दोषी करार

 सीतामढ़ी : फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम के न्यायाधीश नन्द किशोर तिवारी ने पुपरी शहर के स्वर्ण आभूषण व्यवसायी रामचन्द्र साह की चार वर्ष पूर्व चाकू मारकर की गई हत्या मामले में बुधवार को दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद आरोपी दशरथ साह, अमर साह, रघुनाथ साह व गोपाल साह को दोषी करार दिया है। सजा की बिन्दु पर फैसला आगामी 29 जून के लिए सुरक्षित रखा है।
मालूम हो कि पुपरी बाजार स्थित सोना चांदी की दुकान में डाकेजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। घटना के दौरान व्यवसायी रामचन्द्र साह द्वारा विरोध जताने पर अपराधियों ने चाकू गोद कर हत्या कर दी थी। इस दौरान घर के लोगों ने मोबाइल से पुलिस को सूचना दे दी थी। सूचना मिलते ही तत्कालीन थाना अध्यक्ष मनमोहन प्रसाद घटना स्थल पहुंचा, तो अंदर से कमरा बंद पाया गया था। पुलिस ने कमरे के अंदर से संजय साह, अमर साह व दशरथ साह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। अनुसंधान में पुलिस ने दुकान में कार्यरत गोपाल साह द्वारा एक षड्यंत्र रचकर घटना को अंजाम देने का मामला पाया था। बताया जाता है कि सभी आरोपी पुपरी थाना क्षेत्र के गाढ़ा गांव निवासी है। घटना 26 अगस्त 08 की बतायी गई है। घटना की बाबत मृतक के पोता संदीप कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करायी गई थी।

अधर में लटका रीगा थाना भवन

बेलसंड रीगा थाना का भवन निर्माण अधर में लटका हुआ है। भवन निर्माण की गुणवत्ता में गिरावट पर उच्चाधिकारियों ने कार्य पर रोक लगा दी है। मुख्य प्रशासनिक भवन के निर्माण संवेदक छोड़ फरार हो गया है। मालूम हो कि नक्सल प्रभावित रीगा थाना भवन व पदाधिकारियों के आवासीय भवन का निर्माण कार्य वर्ष 2011 में शुरू हुआ था। अलग-अलग भवनों के निर्माण के लिए अलग-अलग संवेदक भी नियुक्त किये गए थे। मुख्य प्रशासनिक भवन के निर्माण का कार्य तकरीबन 72 लाख की राशि तथा दो अधिकारियों के आवास निर्माण के लिए करीब 20 लाख आवंटित थी। संयुक्त रूप से छह अधिकारियों के आवास निर्माण हेतु 30 लाख रुपये प्राक्कलित राशि निर्धारित की गई है। लेकिन निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के प्रयोग से भवन की गुणवत्ता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है। एक भवन जो पूर्ण भी दिखाया गया है उसके गुणवत्तापूर्ण नहीं होने के कारण थानाध्यक्ष अनिरुद्ध प्रसाद ने उसे हस्तगत करने से इंकार कर दिया है। मालूम हो कि बिहार राज्य पुलिस भवन निर्माण निगम द्वारा जिस संवेदकों को कार्य दिया गया है, उसमें मेसर्स संजय कुमार सिंह, बीएस कंस्ट्रकशन इंटर प्राइजेज तथा मगध कंपनी शामिल है। इस संबंध में बीस सूत्री अध्यक्ष लखनदेव ठाकुर ने सरकार से निर्माण कार्य की जांच कराने के साथ गुणवत्ता पूर्ण कार्य कराने की मांग की है।

पोशाक राशि नहीं मिलने पर बवाल

बेलसंड।  राजकीय बुनियादी विद्यालय मांची भंडारी में विद्यालय तदर्थ शिक्षा समिति अध्यक्ष सुशीला देवी द्वारा पोशाक राशि के वितरण के दौरान अभिभावकों ने बुधवार को जमकर बवाल काटा। अभिभावकों का कहना था कि राशि उपलब्ध रहने के बावजूद 30-40 छात्रों को पैसा नहीं दिया गया है। अध्यक्ष ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक राम पुकार राय पर पोशाक राशि का हिसाब देने एवं शेष राशि को वितरित करने का दबाव बनाया जा रहा था। हंगामा के दौरान प्रधानाध्यापक चुपचाप बैठे रहे। आक्रोशित अभिभावक प्रधानाध्यापक की उदासीनता के कारण शिक्षकों के समय पर न आने, कक्षा का संचालन करने के बदले इधर-उधर बैठकर समय बिताने, मध्याह्न् भोजन योजना के बंद होने, विद्यालय की संपत्ति की सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतने, विद्यालय के भवन निर्माण हेतु राशि उपलब्ध रहने के बावजूद एग्रीमेंट न करने इत्यादि कई आरोप लगा रहे थे। विद्यालय के छात्रों ने भी गर्मी की छुट्टी से पहले से ही मध्याह्न् भोजन बंद होने की शिकायत की। प्रधानाध्यापक ने बताया कि इस विद्यालय में मध्याह्न् भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी प्रशासन द्वारा एनजीओ को दी गई है। उन्होंने एनजीओ द्वारा अनियमितता बरतने की बात स्वीकार भी की। वहीं विद्यालय भवन निर्माण के लिए पूर्व प्रधानाध्यापक द्वारा राशि की निकासी कर भवन निर्माण कार्य पूरा न कराने एवं उनके द्वारा अब तक वित्तिय प्रभार न देने के कारण कार्य में शिथिलता बरते जाने की बात बताई। उन्होंने बताया कि विद्यालय में 13 शिक्षकों के स्वीकृति पदों के विरुद्ध केवल चार शिक्षक ही कार्यरत है। जिन्हें कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को पढ़ाना है। शिक्षक कम होने के कारण पठन-पाठन का कार्य बाधित हो रहा है।



    Wednesday 27 June 2012

    डायवर्सन बहा, रेल पुल बना सहारा


     


    सीतामढ़ी।  सीतामढ़ी व पूर्वी चंपारण जिले को जोड़ने वाली बैरगनिया सह सटे लाल बकेया नदी के फुलवरिया घाट पर मनरेगा योजना मद से निर्मित डायवर्सन रविवार की शाम बाढ़ के पानी के तेज दबाव में बह गया। इससे आने-जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। यात्री पुराने रेल पुल व नव निर्मित रेल पुल पर चढ़कर अपनी जान जोखिम में डालकर सरेआम नदी पार करने को विवश है। प्रशासन द्वारा नाव की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
    वहीं स्थानीय ग्रामीणों द्वारा रेल पुल से पार कराने के एवज में एक साइकिल सवार से दस रुपये व बाइक सवार से 25 रुपये अवैध वसूली की जा रही है। स्थानीय प्रशासन का लोगों को इस समस्या से कोई मतलब नहीं है। ज्ञात हो कि वर्ष 2010 में इसी तरह नदी में अचानक अधिक पानी आ जाने से लोगों से खचाखच भरी एक नाव पलट गई थी, जिसमें बच्चे, महिला समेत 40 लोगों की मौत हो चुकी थी।
    आजादी के बाद से जान पर खेल कर आने जाने को विवश यहां के लोगों की समस्या देख चुके भकुरहर गांव निवासी प्रखर स्वतंत्रता सेनानी वंशी चाचा ने 20 नवम्बर 1997 को बागमती व लाल बकेया नदी पर सड़क पुल निर्माण की मांग को लेकर बैरगनिया के पटेल चौक पर सरेआम हजारों की भीड़ व दर्जनों प्रशासनिक अधिकारियों के बीच आत्मदाह कर ली थी। उनके आत्म दाह के वषरे बाद बागमती नदी पर स्थायी पुल का निर्माण तो हुआ, लेकिन लाल बकेया नदी पर आज तक स्थायी सड़क पुल निर्माण नहीं किया गया।

    Tuesday 26 June 2012

    महादलित बस्ती का लिया जायजा


     
    परसौनी (सीतामढ़ी), निज संवाददाता : प्रखंड के परसौनी मैलवार के मुशहर टोल स्थित महादलित बस्ती में मंगलवार को विधायक प्रतिनिधि सह प्रदेश जदयू किसान प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष राणा रंधीर सिंह चौहान, बीडीओ अनवार अहमद, सीओ दिनेश कुमार सिन्हा ने जाकर सरकारी भूमि पर बन रहे इंदिरा आवास का निरीक्षण किया।
    ज्ञात हो कि पिछले 26 जनवरी को राज्य सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश कुमार मिश्र ने 26 भूमिहीन महादलितों के बीच तीन-तीन डिसमिल जमीन का दस्तावेज वितरण किया था, साथ ही इंदिरा आवास निर्माण के लिए बीडीओ तत्काल राशि उपलब्ध कराने का आदेश दिया था। इसके आलोक में सभी लाभुकों को इंदिरा आवास की प्रथम किश्त उपलब्ध करा दी गई, बावजूद लाभुकों द्वारा निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका था। निरीक्षण के क्रम में सभी लाभुकों ने विधायक प्रतिनिधि से निर्माण कार्य में आ रही दिक्कतों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि सरकारी राशि जो उपलब्ध करायी गई है। उसमें निर्माण कार्य संभव नहीं है। क्योंकि सरकारी दर से दोगुने दर पर ईट व गिट्टी आदि सामग्री मिल पा रही है। विधायक प्रतिनिधि ने मौके पर मौजूद बीडीओ को निर्देश दिया कि वे सभी ईट भव2122ा मालिकों को पत्र निर्गत करें कि 49 सौ रुपये की दर से इंदिरा आवास के लाभुकों को ईट उपलब्ध करावें।

    Sunday 24 June 2012

    माओवाद पर संतोष भारी!


     बेलसंड ।  पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए। कुख्यात संतोष झा का गिरोह। यह गिरोह अब नक्सलियों पर भारी पड़ने लगा है। इस गिरोह ने अब तक जितने भी बड़े वारदातों को अंजाम दिया है, वह नक्सलियों के मांद माने जाने वाले इलाके रहे है। चाहे रुन्नीसैदपुर का कोरलहिया, रुन्नी व गाढ़ा हो या फिर बेलसंड का चंदौली व मारड़। रुन्नीसैदपुर व बेलसंड जिले में नक्सलियों का मांद रहा है। नक्सलियों ने इन इलाकों में एक से बढ़ कर एक वारदातों को अंजाम दिया है। इन इलाकों में कोई भी अपराधी गिरोह नक्सलियों के डर से इंट्री नहीं लेता था, लेकिन फरवरी के बाद से नक्सलियों के इलाके में पीएलए की मजबूत दस्तक पड़ी। पीएलए इलाके में लगातार वारदात को अंजाम देने लगा, यहां तक कि बेलसंड व रुन्नीसैदपुर के इलाकों से पीएलए मोटी रकम बतौर रंगदारी भी वसूलने में कामयाब रहे। संतोष झा का पीएलए नक्सलियों पर भारी परने लगा। पीएलए के लगातार बढ़ते प्रभाव का असर होने के पीछे भी नक्सली ही है। पीएलए में ज्यादातर वैसे लोग है, जो परोक्ष रुप से नक्सलियों से जूड़े है, या फिर नक्सलियों ने उन्हें संगठन से हटा दिया है। पीएलए में वैसे लोग भी है जो संतोष का साथ देने के लिए नक्सलवाद से नाता तोड़ डाले है। लिहाजा इस गैंग को नक्सलियों की शक्ति, नक्सलियों के वारदात को अंजाम देने की रणनीति, नक्सलियों के एक्शन का रंग व नक्सलियों के हर एक गतिविधि की जानकारी है। हाल के दिनों में इलाके में नक्सली कमजोर पड़ते गए है, जबकि संतोष झा एंड कंपनी ने नक्सलियों में फूट डाल कर मौके का उठाना शुरू कर दिया है। संतोष झा का संगठन पीएलए पिछले चार महीने में इलाके में एक दर्जन से अधिक वारदात को अंजाम देने में सफलता पाई है। इनमें बेलसंड में दो व गाढ़ा में एक की हत्या शामिल है। सूत्र बताते है कि इस गैंग ने पिछले चार माह में बतौर लेवी सीतामढ़ी से 50 लाख रुपये वसूले है। इस गैंग के पास अत्याधुनिक एके - 47 व कार्बाइन जैसे आटोमेटिक हथियार है। जिसके बदौलत वारदात को अंजाम देते रहे है। बारूदी सुरंग बिछाने व बम के मामले में इस गिरोह पर नक्सली जरूर भारी है। सड़क निर्माता एजेंसियों से रंगदारी वसूलने व रंगदारी नहीं देने पर हत्या करने के मामले में सुर्खियों में आए पीएलए ने पुलिस प्रशासन के समक्ष एक बड़ी चुनौती दे डाली है।


    Saturday 23 June 2012

    गोपालगंज की वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन थी अगला निशाना



    बेलसंड में सड़क निर्माता एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर गया बक्स सिंह व अभियंता विकास मिश्र की गोली मार कर हत्या की थी
    बेलसंड। सीतामढ़ी पुलिस ने गुरुवार को मुजफ्फरपुर से बतौर रंगदारी वसूली गई 21.90 लाख रुपये के साथ आधा दर्जन कुख्यात अपराधियों को दबोच कर एक बड़ी सफलता पायी। अगर पुलिस अपराधियों को नहीं गिरफ्तार कर पाती तो अगले दिन निश्चित रूप से गोपालगंज-बेतिया के बीच गंडक पर पुल बना रहीं वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन से अपराधी या तो एक करोड़ रुपये बतौर रंगदारी वसूल लेते या फिर यहां 7 जून की तरह फिर कई लाशें गिरती। इसका खुलासा खुद गिरफ्तार अपराधियों ने ही पुलिस के समक्ष किया है। सूत्रों की माने तो 7 जून को इसी गिरोह ने मंगलपुर-गोपालगंज के बीच गंडक नदी पर पुल बना रहे वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजर सुमित चौबे व मजदूर दिनेश यादव की गोली मार हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने में अपराधियों ने एके 47 व कार्बाइन का इस्तेमाल किया था। वारदात की वजह लेवी नहीं दिया जाना था। सूत्र बताते है कि दो लोगों की हत्या के बाद जहां निर्माण कंपनी के अधिकारियों व कर्मियों में दहशत थी, वहीं अपराधियों के हौसले मजबूत थे।
    साथ ही अपराधी यहां से रंगदारी मिलने के प्रति आश्वस्त थे। वारदात को अंजाम देने के बाद से ही यह गिरोह वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी पर रंगदारी के लिए दबाव डाल रहे थे। कोरलहिया से रंगदारी की 22ण्90 लाख रुपये वसूल मुजफ्फरपुर पहुंचे अपराधियों का अगला निशाना वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन ही थी। लेकिन ऐन वक्त पर सीतामढ़ी पुलिस के बिछाए जाल में अपराधी फंस गए। हालांकि सीतामढ़ी पुलिस व एसपी विवेक कुमार मामले को लेकर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है, एसपी ने कहा है कि मामले का अनुसंधान किया जा रहा है और अपराधियों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रहीं हैए साथ ही अपराधियों से प्राप्त मोबाइल के काल का अध्ययन किया जा रहा है। इधर, सूत्रों की माने तो सीतामढ़ीए शिवहर मोतिहारी, बेतिया, गोपालगंज, दरभंगा व समस्तीपुर में जितने भी रंगदारी के मामले सामने आए है, सब में संतोष झा गिरोह की संलिप्तता रहीं है। रांची में गिरफ्तारी के पूर्व संतोष झारखंड के इलाकों में अपराध की फसल काट रहा था। वह रांची में मोतिहारी के कुख्यात मुकेश ठाकुर के साथ नाम बदल कर काम कर रहा था। लेकिन गिरफ्तारी के बाद मोतिहारी जेल में चंद दिन काटने के बाद जब वह रिहा हुआ तो उसने अपना संगठन मजबूत कर इलाके में अपनी सेना का विस्तार किया। जिसमें कम उम्र के युवकों को शामिल किया। संतोष मोतिहारी जेल के भीतर से ही सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेतिया व सीतामढ़ी जेल में बंद कम उम्र के अति महत्वाकांक्षी युवकों से बात कर उन्हें अपने संगठन में शामिल कर लिया। 16 जनवरी को रांची से गिरफ्तार संतोष झा 17 फरवरी को मोतिहारी जेल से रिहा होने के बाद युवा लड़कों के साथ इलाके में रंगदारी का कारोबार शुरू कर दिया। इस गिरोह में मुख्य शूटर लंकेश झा है, ऋषि झा लंकेश झा का अपना सहोदर भाई है, जिसे रंगदारी वसूलने में महारत हासिल है। इसके अलावा गिरोह में चंद्रमोहन झा, विनय बिहारी, वंदन चौबे, राम बाबू, दीपक कुमार, विकास झा, मो शमीम, गुडडू झा व चिरंजीवी सागर जैसे पचास लड़के है, जो अत्याधुनिक शस्त्रों का प्रयोग करना जानते है।
    इतना ही नहीं सभी सदस्य शातिर दिमाग के है। रंगदारी वसूलने से लेकर पुलिस से मोर्चा लेने व वारदात को अंजाम दे फरार होने में सभी को महारत हासिल है। इस गिरोह ने फरवरी से अब तक इलाके में आधा दर्जन वारदात को अंजाम दिया है। इनमें 2 मार्च 2012 को बेलसंड में सड़क निर्माता एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर गया बक्स सिंह व अभियंता विकास मिश्र की गोली मार कर हत्या की थी।

     

    Friday 22 June 2012

    हथियार दे घर जाएंगे सैप जवान!


    बेलसंड । अपने उत्कृष्ट कायरे व व्यवहार कुशलता से आमजन के बीच नायक बने सैप के जवान सरकार एवं पुलिस विभाग की उपेक्षा से आहत है। विपरीत परिस्थिति में रहने, खाने पीने एवं नित्य कार्यो की सुविधा का अभाव ङोलने के बावजूद नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 24 घंटे मुस्तैद रहकर माड़र घाट, डुब्बा घाट समेत कई महत्वपूर्ण पुलों के निर्माण कार्य की बाधा दूर की एवं अपराधियों के अंदर खौफ पैदा कर आम जन को राहत पहुंचाया। इसके बावजूद सरकार की उपेक्षा से आहत इन जवानों ने गृह मंत्री भारत सरकार, महामहिम राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मानवाधिकार आयोग बिहार, गृह सचिव, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, पुलिस महानिदेशक को स्मार पत्र देकर समस्याओं के निदान का आग्रह किया है। साथ ही 12 जुलाई तक मांगों पर विचार न करने की स्थिति में वे 13 जुलाई को संबंधित जिला में अपना हथियार जमाकर घर जाने का निर्णय लिया है। स्मार पत्र में वर्णित मांगों में 24 घंटे की ड्यूटी के अनुरूप मानदेय बढ़ाने, कार्य के दौरान दुर्घटना होने या मौत होने की स्थिति में आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, वार्षिक छुट्टी को 20 दिन से बढ़ाकर बीएमपी के बराबर करने, पूर्व निर्धारित ड्यूटी के अलावा अन्य कार्यो में न लगाने, वर्दी भत्ता में नियमानुसार बढ़ोतरी करने, टीए भत्ता देने एवं उसे मानदेय में समायोजित करने, ट्रांसफर एलाउंस देने, सैप बलों को पुलिस विभाग से

    कालाबाजारी से उपभोक्ता परेशान

    बेलसंड। एलपीजी गैस की कालाबाजारी जारी है, इस वजह से आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि उपभोक्ताओं को 100 रुपये किलो की दर से भी गैस का अवैध धंधा करनेवालों की चांदी कट रही है। उपभोक्ताओं ने बताया कि नम्बर लगाने के बाद भी कई दिनों तक उन्हें गैस की आपूर्ति नहीं की जाती है। समय-समय पर गैस नहीं मिल पाने के कारण उन लोगों को खुले बाजार में अच्छी दरों पर लकड़ी खरीदकर या केरोसिन 40 से 50 रुपये लीटर खरीदकर रसोई का काम करना पड़ रहा है। जबकि ऐसे लोग जिनके पास वैद्य कनेक्शन तक नहीं है वे मजे से कुछ अधिक रकम देकर गैस का लाभ ले रहे हैं। सूत्रों की माने तो मौजूदा समय में कालाबाजारी के तहत 700 से 800 रुपये तक रसोई गैस का सिलेंडर मिल रहा है। इस कारण से एक ओर जहां आम उपभोक्ताओं को काफी परेशानी ङोलनी पड़ रही है।
          

    बेलसंड थानाध्यक्ष से किया जवाब-तलब

     
     बेलसंड। फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश सुधाकर सिंह ने गुरुवार को दुष्कर्म के प्रयास के एक मामले में साक्षी के विरुद्ध दिये गए गिरफ्तारी वारंट का तामिला नहीं कराने को गंभीरता से लेते बेलसंड थाना अध्यक्ष को कारण पृच्छा नोटिस जारी करते हुए संदेह उपस्थित होकर न्यायालय में जबाब देने को कहा है। आदेश की प्रतिलिपि एसपी के माध्यम से भेजी गयी है। बताते चले कि बेलसंड थाना क्षेत्र के बसौल गांव निवासी सबदी देवी ने 29 मई 2007 को थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी। जिसमें गांव के योगेन्द्र राय को नामजद किया था। आरोप के अनुसार पीड़िता अपने पति जगन्नाथ राय के साथ घर में सोयी थी। रात्रि में योगेन्द्र राय दुष्कर्म करने का प्रयास करने लगा। मौके पर लोगों के सहयोग से पीड़िता ने योगेन्द्र राय को पकड़ पुलिस को सौंप दिया था। साक्षी के उपस्थित नहीं होने से मामला लंबित पड़ गया है।

    एप्रोच पथ का कार्य शुरू






    बेलसंड।  राणा रणधीर सिंह चौहान की पहल पर कार्यपालक अभियंता विजय कुमार द्वारा माड़र घाट पर नवनिर्मित पुल के एप्रोच का काम शुरू कराने के साथ जारी जन आंदोलन गुरुवार को समाप्त हो गया। ज्ञात हो कि माड़र घाट पर बागमती नदी पर 35 करोड़ रुपये की लागत से बिहार राज्य पुल निगम के अधीन हरियाना की एसपी सिंगला एण्ड कंपनी द्वारा पुल का निर्माण कार्य 31 मई की समय सीमा के लगभग अंदर पूरा कर लिया गया। निर्माण कार्य संपन्न होने एवं पुल के एप्रोच का काम शुरू न होने से स्थानीय लोग इसके औचित्य को लेकर परेशान थे। अचानक एसपी सिंगल एण्ड कंपनी द्वारा बिना एप्रोच का निर्माण किए माड़र घाट से कूच करने की सूचना पाकर लोग भड़क गए एवं आंदोलन शुरू कर दिया। स्थानीय लोग एप्रोच को बनाए बिना संवेदक को सामान ले जाने से रोक दिया। घटना की सूचना मिलने पर जदयू किसान प्रकोष्ट के प्रदेश उपाध्यक्ष सह विधायक प्रतिनिधि राणा रंधीर सिंह चौहान ने बिहार राज्य पुल निगम के अधिकारियों से बात कर उन्हें घटना से अवगत कराया। उसके बाद निगम के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता समेत नगर पंचायत के अध्यक्ष नागेन्द्र झा प्रमुख अनिल कुमार गुप्ता, कौशल किशोर सिंह, सुजीत कुमार उर्फ प्यारे, गिरधारी साह, उपेन्द्र सिंह, दीपू इत्यादि लोगों के साथ माड़र घाट पर सुबह दस बजे पहुंचे। उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर शांत कराना चाहा। लेकिन आक्रोशित समूह एप्रोच के निर्माण पर अड़ा रहे। अंतत: कार्यपालक अभियंता को आंदोलनकारियों की बात माननी पड़ी। उन्होंने उपलब्ध संसाधनों से तत्काल एप्रोच के निर्माण का कार्य शुरू कराया। पुल के ऊपरी सतह पर ढ़लाई में उत्पन्न दरार एवं पुल की रैलिंग में उत्पन्न दीवार की मरम्मत कार्य को दिखाते हुए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी प्रश्न उठाया। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि एप्रोच के निर्माण के 26 करोड़ रुपये की योजना तैयार कर ली गई है। उसे इसी वित्तीय वर्ष में पुरा करा लिया जाएगा।

    Wednesday 20 June 2012

    जीने की आस में गंवाई जान


      विधायक एवं चेयरमैन नागेंद्र झा ने दी सांत्वना
    बेलसंड। पंजाब के मोगा गांव में मजदूरी करने के दौरान मारे गए व घायल हुए मजदूरों को सरकारी सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री से बात कर जदयू नेता राणा रंधीर सिंह चौहान एवं बेलसंड के चेयरमैन सह जदयू नेता ने यह आश्वासन बेलसंड जयनगर गांव के पीडि़त परिवारों को दिया। श्री चौहान सोमवार को जयनगर गांव पहुंच कर मृतक शिव शंकर दास व अन्य घायलों के परिजनों से मिल कर जहां दर्द बांटाए वहीं आश्वासन भी दिया। जदयू नेता ने सीएम से पंजाब के सीएम से बात कर सहायता उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि पीडि़तों को सरकारी लाभ मिलेगा, लेकिन चूकी मामला दूसरे प्रदेश का है, लिहाजा थोड़ा वक्त लगेगा। गांव पहुंचते ही श्री चौहान की आंखे नम हो गई। महिलाओं के क्रंदन व उनकी पीड़ा ने उन्हें दुखी कर दिया। श्री चौहान ने शिवशंकर व उनके भाई उमाशंकर दास के पिता वृजनंदन दास, मां व पत्नी से मिलकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने दूरभाष पर घायल उमाशंकर, राम बाबू व जय प्रकाश के बारे में जानकारी ली। साथ ही घायलों की देख भाल कर रहे अन्य मजदूरों से बात कर वहां की घटना से अवगत हुए। उन्होंने मजदूरों से मजदूरी के लिए प्रदेश से बाहर न जाने की अपील की, वहीं उन्हें यहीं मजदूरी दिलाने का आश्वासन भी दिया। बेलसंड के चेयरमैन ने कहा कि विधायकजी की बातों पर आपलोग भरोसा करें। आपको सहायता जरूर मिलेगी। नगर पंचायत के चेयरमैन ने मारे गए लोगों के परिजनों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया। इस दौरान उनके साथ कौशल किशोर सिंह, मो. गुबैर आलम, प्यारे, उपेन्द्र सिंह, विनोद पासवान समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे। मालूम हो कि बेलसंड प्रखंड के पचनौर पंचायत अंतर्गत जयनगर गांव के सात ग्रामीणों के साथ मजदूरी करने पंजाब गया था। पंजाब के मोगा जिले में मेहर सिंह के खेत पर काम करने के दौरान शुक्रवार की सुबह तड़के चार बजे किसी मानसिक विक्षिप्त ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं इसी गांव के उमा शंकर दास, राम बाबू दास व जय प्रकाश दास तीन अन्य मजदूर बुरी तरह घायल हो गए थे। जिनका इलाज पंजाब में ही जारी है।
    साभार दैनिक जागरण

       

    Tuesday 19 June 2012

    विकास कार्यो में रहेगी पारदर्शिता : नपं अध्यक्ष

    नागेन्द्र झा के निर्वाचित होने की खुशी में सम्मान समारोह का आयोजन

    बेलसंड। नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर नागेन्द्र झा के निर्वाचित होने की खुशी में वार्ड नंबर सात के जदयू नेता मो. जुबैर आलम ने मंगलवार को सम्मान समारोह का आयोजन किया। जिसमें जदयू के किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राणा रंधीर सिंह चौहान, वार्ड पार्षद विनोद पासवान, जबीर साह, श्याम सहनी, नथूनी आलम, रंधीर कुमार समेत  कौशल किशोर सिंह, मो. इब्राहिम, उपेन्द्र सिंह आदि कार्यकर्ता मौजूद थे। मौके पर मुख्य पार्षद श्री झा ने नगर पंचायत के विकास कार्यों  में पारदर्शिता बरतने का आश्वासन दिया।
    उन्होंने अपने सम्मान में आयोजित सम्मान समारोह के लिए जदयू नेता जुबैर आलम का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि बेलसंड को स्वर्ग बनाने में बेलसंड की जनता मेरा सहयोग करें। इस बेलसंड के लिए मेरे दिल में बड़ा सम्मान है। इस सम्मान के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं। ग्रेजुएशन के बाद से ही मेरे मन में इस बेलसंड को स्वर्ग बनाने का मैंने सोचा था। बेलसंड में थर्मामीटर की फैक्ट्री लगाकर लोगों केा रोजगार का अवसर देना चाहता था। ताकि बेलसंड के लोग सुखी रह सकें। भगवान ने मेरे उस सपने को तो पंख नही लगाया लेकिन बेलसंड की जनता के प्रेम ने मुझे चेयरमैन के रूप में मुझे इस क्षेत्र को स्वर्ग बनाने के लिए मौका दिया है। उन्होंने सम्मान समारोह में आए जदयू नेता राणा रंधीर सिंह चौहान से कहा कि आपको मेरे बेलसंड को स्वर्ग सा बनाने में मदद करना पड़ेगा। इस पर जदयू के वरिष्ठ नेता राणा रंधीर सिंह चौहान ने कहा कि मेरे तरफ से कोई कमी नहीं होगा बाबा। आप आगे बढ़ों पीछे से बेलसंड की जनता के साथ मैं आपके साथ हूं।

    नागेंद्र झा की हर तरफ तारीफ


    बेलसंड। जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं को दी हिदायत को लेकर बेलसंड की जनता में हर तरफ नागेंद्र झा चर्चा के विषय में बने हुए है। लोगों के बीच चर्चा हो रही है कि अब बेलसंड की तकदीर बदलने वाली है। विशेषकर गरीब तबकों में इस बात की चर्चा ज्यादा बनी हुई है। बेलसंड के ही रहने वाले रमई राम का कहना है कि इस तरह की हिदायत की ही आवश्यकता थी। अगर सब कुछ ठीक ढ़ंग से हुआ तो बेलसंड में राशन डीलरों की जीहजूरी नहीं करने वाली है। बेलसंड के ही वार्ड नंबर ३ के निवासी प्रह्लाद साह का कहना है कि बेलसंड की तकदीर बनकर आए हैं नागेंद्र झा। अभी आप देखते रहिए इस नगर पंचायत में रामराज्य आ गया है। जगत जननी सीता की जन्मभूमि के सुपुत्र नागेंद्र झा इस बेलसंड को स्वर्ग से सुंदर बनाने वाले है। इसमें जनता का भी पूरा योगदान होना चाहिए। अगर आपका नेता ऐसी हिदायतें डीलरों को देता है। इसका साफ मतलब है कि वह आपके हर  कदम पर साथ है। बस जनता को अब कदम उठाना है। बेलसंड वार्ड नंबर १के निवासी महेश मांझी का कहना है कि इस हिदायत से डीलरों को कड़ा संदेश गया है। इससे यह तो साबित हो ही गया कि अगर नेता में इच्छाशक्ति हो तो वह जनता के लिए कुछ भी कर सकता है।

    Monday 18 June 2012

    चेयरमैन ने दिए डीलरों को कड़े निर्देश


    बेलसंड। नगर पंचायत के चेयरमैन ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए राशन डीलरों की एक बैठक नगर पंचायत में बुलाई। बैठक में उन्होंने राशन डीलरों को कड़ा निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। नगर की जनता को समय पर चीनी तेल राशन आदि की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बेलसंड की कोई भी जनता किसी भी राशन डीलर के खिलाफ शिकायत करता है तो उसपर तुरंत कार्रवाई होगी।  उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली को चलाने वाले ही चोर हो जाएंगे तो इस नगर की जनता का क्या होगा। उन्होंने बैठक में शामिल सभी राशन डीलरों से कहा कि ईमानदारी से काम करोगों तो जहां मैं बैठा हूं वहां आप भी बैठ
    सकते हैं। ईमानदारी से भी आपलोग राशन का वितरण करते हैं तो भी आपको आमदनी होगा। ईमानदारी में थोड़ा कष्टï तो होता है लेकिन सुकूनदायक होता है। उन्होंने कहा कि जितना लोगों का राशन बनता है उसे प्रदान करना आपका दायित्व है। इस दायित्व को निभाना आपका कर्तव्य है। इसी नगर पंचायत में आपको भी रहना है इसलिए सारे आपके भाई बंधु है। इन बंधुओं को नाराज नही करोगों नहीं तो आपलोग पछताओगे। चेयरमैन के इन बातों का असर नगर में पहले दिन से देखने को मिलेगा। नगर पंचायत के ही रहने वाले सुमित जब राशन डीलर के यहां मिट्ट्ी का तेेल लेने गया तो इस बार डीलर ने उसे पूरा राशन दिया।

    स्वर्ग सा सुंदर होगा मेरा बेलसंड


                             बेलसंड के चेयरमैन नागेंद्र झा ने संभाला पद
    बेलसंड। दोपहर की दिल दहला देने वाली धूप में नगर पंचायत के बाहर हाथों में गुलदस्ता और फूलों की माला लिए नि।गम कर्मियों को इंतजार था नगर पंचायत के नए चेयरमैन का। बेलसंड नगर पंचायत के ब्लॉक स्थिति कार्यालय के बाहर खड़े होकर वे अपने नए चेयरमैन इंतजार कर रहे। निर्धारित समय पर चेयरमैन अपने कार्यालय पहुंच गए। जैसे वह अपने सभी पार्षदों के साथ ऑफिस पहुंचे। हर तरफ से एक ही आवाज गरीबों की आवाज नागेंद्र झा जिंदाबाद। नागेंद्र बाबा जिंदाबाद। निगम कर्मियों ने उन्हें फूल माला देकर उनका स्वागत किया। जिंदाबाद के नारे के बीच हजारों लोगों के अभिवादन के बीच बेलसंड के नवनिर्वाचित चेयरमैन नागेंद्र झा नगर पंचायत के कार्यालय में पहुंचे। नए सिरे से ऑफिस को डेकोरेट किया गया था। सारे लोगों के बैठने के बाद सर्वप्रथम चेयरमैन साहब ने  सभी पार्षदों को तहे दिल से धन्यवाद दिया,जिनके सहयोग से वे निर्विरोध चुनाव जीत कर इस कुर्सी पर बैठे थे। पार्षदों ने भी अपने तरफ से एक ही बात कहीं बाबा यह आपके त्याग का फल है। इसमें हमलोग एक निमित्त मात्र है। इन सब बातों के बीच थोड़ी देर के बाद सबकुछ शांत हो गया। बेलसंड के चेयरमैन ने अपने आगे के योजना के बारे में पार्षदों को बताया कि हमारी सरकार जनता की सरकार है। इसलिए सर्वप्रथम किसी भी निर्णय को अंजाम तक पहुंचाने से पहले जनता के भले और बुरे के बारे में सोच लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमे किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। जनता की समस्याओं को दूर करने के लिए किसी भी हद तक मैं जा सकता हूं। मेरे लिए जनता ही सबकुछ है। मुझे आज यह सबकुछ जनता ही ने दिया है। इस बेलसंड की जनता को मैं नहीं भूल सकता हूं। इसलिए किसी भी कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के पहले जनता के दर्दों को समझना आवश्यक है। जनता को क्या चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी तरह से समझ लें कि यह सरकार कमीशनखोरी पर नहीं चलने वाली है। इसमें सभी पार्षद ईमानदार है।

    बेलसंड के चेयरमैन ने कहा कि नगर के सारे सड़कों को ढलुआ बनाया जाएगा। गली-कूचों को भी ढाला जाएगा। जहां तक सड़क बन सकती है,वहां तक सड़क का निर्माण होगा। नगर की सफाई व्यवस्था पर उन्होंने कहा कि नगर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त होगी। एक दिन बैठक बुलाकर सफाईकर्मियों को कड़ा निर्देश दिया जाएगा कि नगर में किसी भी प्रकार की गंदगी बर्दाश्त नहंी होगी। गंदगी में कोई भी इंसान जीना नहीं चाहता है। इसलिए नगर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त होगी। अगर कोई भी व्यक्ति के घर शादी या कोई  बड़ा समारोह होगा वहां नि:शुल्क सफाईकर्मी सफाई करेंगे। इस सफाई के लिए उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नगर पंचायत में सफाईकर्मियों की लिस्ट होगी जिसे बोर्ड पर टांगा जाएगा। यहां से कोई भी व्यक्ति सफाईकर्मी का मोबाइल नंबर ले सकेगा।
     नगर की पेयजल समस्या पर बात कहते हुए कहा कि नगर में पेयजल  की समस्या नहीं आएगी। मजाक भरे लहजे में उन्होंने कहा कि चारों तरफ से नदी से घिरे हुए हम है,हमलोगों पर वरूण देवता हर समय मेहरबान है। उन्होंने कहा कि नगर में स्थित पानी टंकी को लेकर मेरे मन में कब से प्रश्न उठ रहा है कि इसका क्या करूं। लेकिन सरकार में न होने के कारण इस के प्रति मैं कुछ कर नहीं सकता था लेकिन अब मैंने ठान लिया है कि नगर पंचायत में पानी टंकी के माध्यम से विशुद्ध पानी का सप्लाई करने की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए अगर मुझे प्रदेश के मुख्यमंत्री महोदय से ही क्यो ना मिलना पड़े। पानी की समस्या से नगर की जनता को कभी भी नहीं जूझना पड़ेगा।
    स्वास्थ्य व्यवस्था के बारे में उन्होंने कहा कि नगर की स्वास्थ्य व्यवस्था होगी वल्र्ड क्लास। इसके लिए नगर पंचायत कार्यालय में स्वास्थ्यकर्मियों की एक बैठक बुलाई जाएगी। उसी बैठक में नगर की स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में चर्चा होगी। लोगों को सस्ते-से - सस्ता मेडिकल ट्रीटमेंट की व्यवस्था करना मेरी प्रथम प्राथमिकता है। कहा जाता है कि स्वस्थ शरीर में ही भगवान का वास होता है। इसलिए नगर के प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य मेरी जिम्मेवारी है। पत्रकारेां के एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि नगर में फलेरिया एक आम बीमारी हो गई है। इसके लिए भी मैं डाक्टरों से सलाह-मशविरा करूंगा। जल्द से जल्द कोई ना कोई निदान निकलेगा। प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को सही ढ़ंग से लागू करवाना भी मेरी जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी प्रकार की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
    बाढ की समस्या पर उन्होंने कहा कि बाढ़ को मैं कैसे हल्के में ले सकता हूं। बाढ़ ने मेरे अच्छे खासे डेयरी प्लांट को बर्बाद कर दिया। लोगों को बाढ़ से डरने की जरूरत नहीं है। बाढ से पूर्व ही उसकी तैयारी कर ली जाएगी। किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। बाढ़ की जिम्मेवारी मैं श्याम सहनी पर छोड़ता हूं। नगर में नाव आदि की व्यवस्था आगे से कर ली जाएगी। लोगों को सही समय पर बाढ़ के बारे में आगाह कर दिया जाएगा।
    प्रशासनिक व्यवस्था होगी चुस्त-दुरुस्त। नगर के प्रत्येक चौक पर पुलिस की ड्य़ूटी होगी। इससे कोई भी परींदा नगर में अव्यवस्था ना फैला सकें। किसी भी स्थिति के लिए प्रशासन तैयार रहेगी। लोगों को बिना कमीशन से रिपोर्ट लिखाने में मदद की जाएगी। लोगों में गांधीवादी विचारधारा की अलख जगाना पड़ेगा। बेलसंड की जनता को डरने की आवश्यकता नहीं है। मेरा घर उसके लिए हर समय खुला है। बेलसंड नगर पंचायत में किसी की गुंदागर्दी नहीं चलेगी। गुुदागर्दी करने वालों को जेल के अंदर डाल दिया जाएगा। मेरे स्वर्ग जैसे बेलसंड में अर्मादित होकर रहने वाले लोगों की आवश्यकता नहंी है। बेलसंड के जनता से मैंने शांति कायम रखने का वादा किया है। इसलिए प्रशासन के लोग भी कान खोलकर सुन लें क बेलसंड में किसी भी प्रकार की अशांति बर्दाश्त नहीं होगा।
    शिक्षा के अलख को जगाना मेरा प्रथम कर्तव्य है। इस कर्तव्य से मैं मुंह नहीं मोड़ सकता हूं। मैं खुद शिक्षक रह चुका हूं। इसलिए मेरे शासन में शिक्षा के उजाले से सारा बेलसंड जगमगाएगा। शिक्षा के अलख को जगाने के लिए मैं खुद ही किसी भी स्कूल में शिक्षक बन कर पहुंच सकता हूं। मेरे गुरुजनों से नम्र निवेदन है कि बच्चों की शिक्षा में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें। आप भी एक समय बच्चें थे। उन्होंने कहा कि एक समय शिक्षा के केंद्र के रुप में विख्यात बेलसंड में जैसे लकवा मार गया है। एक समय यहां से एक से एक बच्चें दुनिया में अपना लोहा मनवाते थे। लेकिन अब इस शिक्षा के केंद्र को जैसे घुन ने खा डाला है। मेरे योजना में नगर की शिक्षा व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करना भी है। एक समय यहां के हॉस्टल में बच्चें पढऩे के लिए दूर-दूर से आते थे लेकिन आज पता नहीं क्या हो गया। मेरे मन में इसके प्रति एक लगन है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के इस केंद्र को मैं फिर से उभारुंगा।
    ऐस तमाम योजनाओं के बारे में नवनिर्वाचित चेयरमैन ने पार्षदों और प्रेस को बताया। इस अवसर पर बेलसंड के तमाम पार्षद,अधिकारी वर्ग के लोग,अधिवक्ता उपस्थित रहें।

    बेलसंड नगर पंचायत में हर तरफ होगी खुशी

                   बेलसंड नगर पंचायत में हर तरफ होगी खुशी

    बेलसंड। शहर के विकास के साथ-साथ आम जनता की बुनियादी समस्याओं को दूर करने की जिम्मेवारी नगर पंचायत की है। मामला चाहे साफ-सफाई, पेयजल की उपलब्धता या जलजमाव से मुक्ति का हो, नगर पंचायत कहीं आगे तो कहीं पीछे दिख रहा है। शहर की मुख्य सड़क हो या गली मोहल्ले, निगम द्वारा लगाए गए वैपर से रोशनी कहीं मिल रही है तो कहीं लोग तरस रहे हैं। इन्हीं बुनियादी समस्याओं पर चेयरमैन (मुख्य पार्षद) नागेंद्र झा नगर पंचायत की जनता से रूबरू हुए। चेयरमैन ने विश्वास दिलाया कि शहर की सूरज बदलेगी। उन्होंने सिर्फ  आश्वासन नहीं दिया, बल्कि इस पर अमल करने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर चर्चा की।
    पेश है समस्याओं को लेकर शहरवासियों द्वारा पूछे गए सवाल और चेयरमैन के जवाब
    प्रश्न : आजतक के इतिहास में बेलसंड के गद्दी पर निर्विरोध कोई नहीं निर्वाचित हुआ है। लेकिन आपने अपना नाम इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में दर्ज करा लिया है। आपको कैसा महसूस हो रहा है।
    उत्तर: यह जीत बेलसंड नगर पंचायत की है। इसमें मैं तो आप ही के बीच का एक साधारण सा व्यक्ति हूं।
    प्रश्न : निर्विरोध जीतने पर आप पर और ज्यादा जिम्मेवारी बन जाती है। इसका कैसा निर्वहन करेंगे। उत्तर : जैसे नगर की जनता ने मुझे निर्विरोध जीताकर दिखा दिया है कि विकास की लहर ही बेलसंड के भाग्य को बदल सकता है। उसी तरह जनता के विश्वास पर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगा।
    प्रश्न : वार्डों की अधिकतर सड़कें जर्जर हैं, कैसे बनेंगी?
    उत्तर : आज मैं कार्यभार ग्रहण करने वाला हूं। इसके बाद नगर पंचायत के नवनिर्वाचित पार्षदों के साथ बैठक करूंगा। उनसे वार्डों की जर्जर सड़कों को बनाने के लिए चर्चा होगी। थोड़ा समय चाहिए, जर्जर सड़कों का निर्माण होगा।
    प्रश्न: बेलसंड मार्केट के पास गंदगी एवं जलजमाव है, कब मुक्ति मिलेगी?
    उत्तर: आज ही निगम कार्यालय जाकर सफाई का निर्देश दिया जाएगा। हर हाल में सफाई होगी।
    प्रश्न:सावन का महीना करीब है। शिवजी के मंदिर में हजारों लोग जुटेंगे। नगर पंचायत क्या करेगा।
    उत्तर : नगर पंचायत श्रावणी मेला को लेकर विशेष तैयारी करेगा। योजना बनाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जाएगा। समय पर काम हो जाएगा।
    प्रश्न : पुरानी बाजार में लंबे समय से चापाकल खराब है। कब तक बनेगा?
    उत्तर : पहले क्या हुआ नहीं जानती। आपकी समस्या को दूर करने के लिए जलकार्य शाखा को आज ही निर्देश दिया जाएगा।
    प्रश्न : हाई मास्ट लाइट एवं वेपर खराब है। ठीक क्यों नहीं कराया जा रहा है?
    उत्तर : जल्द ही इस संबंध में बैठक कर निर्णय लिया जाएगा। समस्या को दूर करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा।
    प्रश्न : सफाई कार्य से जुड़े जमादारों एवं अंचल निरीक्षकों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए जाएं। वार्ड में उनके नंबर के बोर्ड लगाए जाएं।
    उत्तर : सुझाव अच्छा है। इसकी पहल जल्द की जाएगी। इसके लिए आज ही निर्देश जारी किए जाएंगे।
    प्रश्न : क्या शहरवासियों को बरसात में जल-जमाव से मुक्ति मिलेगी?
    उत्तर :इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक होगी जिसमें निर्णय लिया जाएगा।  है। नाले की सफाई कर जल-जमाव से मुक्ति दिलाई जाएगी।
    प्रश्न : कदम चौक पुल के ऊपर या नीचे कभी सफाई नहीं होती है?
    उत्तर : पार्षद या चेयरमैन के नाम आवेदन दें। सफाई होगी।