कहते हैं पहाड़ों वाली माता वैष्णो देवी सबकी मुरादें पूरी करती हैं। उसके दरबार में जो कोई सच्चे दिल से जाता है, उसकी हर मुराद पूरी होती है। ऐसा ही सच्चा दरबार है माता वैष्णो देवी का। माता का बुलावा आने पर भक्त किसी न किसी बहाने से उसके दरबार पहुँच जाता है। हसीन वादियों में त्रिकूट पर्वत पर गुफा में विराजित माता वैष्णो देवी का स्थान हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए आते हैं। ये उक्त बातें माता वैष्णो देवी की यात्रा से आज बेलसंड लौटे नगर पंचायत अध्यक्ष नागेंद्र झा ने मीडिया से कही। उन्होंने कहा कि माता दरबार में वे बेलसंड के लिए शांति,सद्भाव, विकास का आशीर्वाद मांगने गया था। माता उनकी मुरादें जरूर पूरी करेंगी। उन्होंने कहा कि माता के दरबार में आजतक कोई खाली हाथ नहीं आया है। मेरी भी मुरादें माता रानी पूरा करेंगी। अपने यात्रा के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि माँ वैष्णो देवी की यात्रा का पहला पड़ाव जम्मू है। जम्मू तक आप बस से यात्रा के बाद हमलोग कटरा पहुंचे। वहां से
मां वैष्णो देवी यात्रा की शुरुआत होती है। अधिकांश यात्री यहां विश्राम करके अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं। माँ के दर्शन के लिए रातभर यात्रियों की चढ़ाई का सिलसिला चलता रहता है। कटरा से ही माता के दर्शन के लिए नि:शुल्क 'यात्रा पर्चीÓ मिलती है।
यह पर्ची लेने के बाद ही हमलोगों ने माँ वैष्णो के दरबार तक की चढ़ाई की शुरुआत की। यह पर्ची लेने के तीन घंटे बाद चढ़ाई के पहले 'बाण गंगाÓ चैक पॉइंट पर इंट्री करानी पड़ती है और वहां सामान की चैकिंग कराने के बाद ही आप चढ़ाई प्रारंभ कर सकते हैं। यदि आप यात्रा पर्ची लेने के 6 घंटे तक चैक पोस्ट पर इंट्री नहीं कराते हैं तो आपकी यात्रा पर्ची रद्द हो जाती है। अत: यात्रा प्रारंभ करते वक्त ही यात्रा पर्ची लेना सुविधाजनक होता है।
पूरी यात्रा में स्थान-स्थान पर जलपान व भोजन की व्यवस्था है। कटरा, भवन व भवन तक की चढ़ाई के अनेक स्थानों पर 'क्लॉक रूमÓ की सुविधा भी उपलब्ध है, जिनमें निर्धारित शुल्क पर अपना सामान रखकर यात्री आसानी से चढ़ाई कर सकते हैं। कटरा समुद्रतल से 2500 फुट की ऊँचाई पर स्थित है। दर्शन के बाद बेलसंड लौटने पर चेयरमैन काफी प्रसन्न दिख रहे थे। उनके साथ श्याम सहनी,प्यारे,श्याम सहनी,गुड्डू सहनी,दीपक,अभय,मोनू आदि थे। उनलोगों ने बताया कि यात्रा काफी रोमांचक था। मां के दर्शन के बाद सब कुछ अच्छा ही होगा।
No comments:
Post a Comment