Friday 8 March 2013

नगर में बनेगा हाईटेक बस स्टैंड !

बेलसंड। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो बेलसंड नगर पंचायत के लोगों व यहां सड़क पर खड़े होकर बसों का इंतजार करने वाले मुसाफिरों को आधुनिक सुविधाओं से लैस बस स्टैंड उपल्बध होने की उम्मीद दिख रही है। बेलसंड से निकलकर रघुवंश प्रसाद,वृषिण पटेल सरीखे कद्दावर नेता केंद्रीय एवं राज्य सरकार के मंत्री बने लेकिन आज भी बेलसंड नगर पंचायत में एक अदद बस स्टैंड की तलाश है। नगर में नई सरकार के गठन के बाद से लोगों में एक उम्मीद की किरण दिखने लगी है। नए बस स्टैंड के लिए खुद बेलसंड चेयरमैन ने कमान संभाल रखी है। कुछ दिनों पहले इसके लिए जमीन देखने का काम शुरू हो गया। नगर पंचायत सूत्रों की मानें तो इलाके के लोगों की मांग को देखते हुए बेलसंड चेयरमैन ने खुद मौके पर मुआयना करके डूमरिया के पास भूमि पर बस स्टैंड बनाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। अब इसके निर्माण की प्रक्रिया शुरू होगी। बस स्टैंड बनने से शहर में लोगों को सभी प्रकार की सुविधाएं मिलनी शुरू हो जायेंगी। यहां यह गौरतलब है कि बेलसंड में बस स्टैंड की सुविधा न होने के कारण अब तक जहां कदम चौक, मनहा चौक, रजिस्ट्री चौक, कोठी चौक मार्गों पर ही सवारियां खड़ी होकर बसों के आने-जाने का इंतजार करती थी जिसमें मार्गों पर अव्यवस्था का आलम भी रहता था। नगर पंचायत के रेवेन्यू में होगी बढ़ोत्तरी नगर पंचायत में बस स्टैंड बनना नगर पंचायत प्रशासन के लिए फायदे का सौदा होगा। बसों के स्टैंड में खड़े होने से एक जगह रेवेन्यू वसूली में मदद मिलेगी,क्योंकि बस स्टैंड में बसों का आना अनिवार्य होगा। इससे दो तरह के टैक्सों का फायदा होगा। एक बैरियर के माध्यम से नगर प्रवेश शुल्क और दूसरी तरफ बस स्टैंड में बसेां के खड़े करने से होगा फायदा। मार्केट का भी है विकल्प नगर प्रशासन अगर चाहे तो इस बस स्टैंड को मार्केट से जोड़कर देखें तो इसके और फायदे हैं। नगर प्रशासन गोलाकार बस स्टैंड का निर्माण कराके इसके चारों तरफ मार्केट का निर्माण करें तो मार्केट से भी आय होगी और नगर पंचायत मालामाल हो जाएगा। जाम की समस्या से मिलेगी निजात शहर में एक अदद बस स्टैंड की तलाश में बस ऑनर भी है क्योंकि बस स्टैंड के अभाव में वे अपने बसों को सड़कों के किनारे पार्क कर देते हैं,जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। रजिस्ट्री चौक, महावीर स्थान, कोठी चौक के पास बसें शाम को जमघट के रूप में खड़े हो जाते हैं। यह सुरक्षा के दृष्टिï से भी ठीक नहीं है। थाना होने के बाद भी वाहनों को जहां-तहां और बेतरतीब खड़े रखने में किसी को खौफ नहीं है। वहां न तो बसों को व्यवस्थित खड़ा किया जाता है और न ही दोपहिया व ऑटो चालक अपने वाहन ठीक से खड़े करते हैं। इस अव्यवस्था से यात्रियों को निकलने में भारी फजीहत का सामना करना पड़ता है। शहर में बस स्टैंड बन जाने से यात्रियों एवं वाहन मालिकों को इससे छुटकारा मिल जाएगा। ऑटो चालकों की कटेगी चांदी डुमरिया में बस स्टैंड बनने से ऑटों चालकों की चांदी कटेगी। सवारियों को गंतव्य तक पहुंचाने के लिए ऑटों ही सवोत्तम विकल्प रहेगा। इससे शहर में ऑटों बढ़ेंगे और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। कुछ भी कहिए जनता-प्रशासन दोनों के लिए यह बस स्टैंड एक अच्छा सौगात लेकर आने वाला है। क्या कहते हैं चेयरमैन बेलसंड के लोगों को आजादी के बाद से ही एक बस स्टैंड के तलाश थी जिसको लेकर नगर पंचायत प्रशासन गंभीर है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह दिन दूर नहीं जब बेलसंड में बस स्टैंड होगा। इससे कई फायदे होंगे लोगों को बसों के लिए अलग-अलग जगहों पर भटकना नहीं पड़ेगा। एक जगह खड़ेे होकर वह बस में चढ़ सकते हैं। बस चालक भी मनमानी नहीं कर पाएंगे।

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