Thursday 28 June 2012

बाढ़ पूर्व तैयारी को प्रशासन चौकस


एसएफसी में 40 व एफसीआइ के गोदाम में 70 हजार क्विंटल खाद्यान्न का भंडारण


बेलसंड।  बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर जिला प्रशासन चौकस है। बाढ़ के दौरान सहाय्य कार्यो के पर्यवेक्षण को लेकर जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
ग्यारह बने नोडल पदाधिकारी : प्रखर बार जिले के 11 वरीय पदाधिकारियों को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। जिसमें परिहार प्रखंड के लिए डीसीएलआर सदर राकेश कुमार गुप्ता, सोनबरसा व मेजरगंज के लिए जिला आपूर्ति पदाधिकारी राजकुमार सिन्हा, डुमरा व बथनाहा के लिए डीआरडीए निदेशक नेसार अहमद, चोरौत के लिए भूमि सुधार उपसमाहत्र्ता पुपरी अरविंद मंडल, सुरसंड के लिए जिला योजना पदाधिकारी, बेलसंड व परसौनी के लिए एसडीसी सुनील कुमार झा, पुपरी व बाजपट्टी के लिए एसडीसी महफूज आलम, रीगा के लिए एसडीसी मिर्जा आरिफ रजा, नानपुर व बोखड़ा के लिए एसडीसी धीरेन्द्र कुमार झा, रुन्नीसैदपुर के लिए एसडीसी सुनील कुमार तथा बैरगनिया व सुप्पी के लिए एसडीसी मुकेश कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
उपलब्ध हैं सरकारी 69 नाव : जिले के विभिन्न प्रखंडों में 69 सरकारी नाव उपलब्ध है। जानकारी के अनुसार सबसे अधिक रुन्नीसैदपुर 9, पुपरी में 8, चोरौत में 7, सुरसंड में 6, बाजपट्टी में 5, बेलसंड, सुप्पी व परसौनी 4-4, बोखड़ा, डुमरा व बैरगनिया में 3-3, मेजरगंज, बथनाहा व नानपुर में 2-2 तथा रीगा में 1 सरकारी नाव उपलब्ध है। विभागीय निदेश के आलोक में 200 नाव बनाना है। जिसमें इस बार 65 नाव निर्माण करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा 115 अतिरिक्त नाव बनाई जाएगी। जबकि वर्ष 2011 में 20 बड़ी नाव तैयार कर अंचलों को उपलब्ध करा दिया गया है।
18 मोटरबोट उपलब्ध : विशेष परिस्थिति में राहत कार्य को लेकर 18 मोटरबोट उपलब्ध कराया गया है। जल संसाधन विभाग से दो मोटरबोट एवं आठ इनफ्लैटेबल बोट आवश्यक सामग्रियों के साथ उपलब्ध कराया गया है। दो मोटर बोट सुप्पी में एवं आठ इनफ्लैटेबल बोट रुन्नीसैदपुर, बथनाहा, सुरसंड, बाजपट्टी व परिहार में सुरक्षित रखा गया है। उपलब्ध 250 लाईफ जैकेट में अंचलों को 82 लाईफ जैकेट उपलब्ध करा दिया गया है। जबकि जिला स्तर पर शेष 268 लाइफ जैकेट सुरक्षित रखा गया है। वहीं जिला स्तर पर 1 हजार 351 पोलीथीन सीट उपलब्ध कराया गया है।
चिन्हित की गई 249 शरणस्थली : संभावित बाढ़ के मद्देनजर प्रखंड बार कुल 249 शरणस्थली चिन्हित किए गए है। जिसमें सबसे अधिक रुन्नीसैदपुर में 33, डुमरा में 28, परिहार में 27, सुरसंड में 23, सोनबरसा में 21, नानुपर व बाजपट्टी में 17-17,रीगा में 16, पुपरी में 14, मेजरगंज व बोखड़ा में 11-11, बथनाहा में 8, चोरौत व परसौनी में 7-7, बेलसंड में 5 व सुप्पी व बैरगनिया में 2-2 शरण स्थली का चयन किया गया है।
24 घंटे कार्यरत है कंट्रोल रुम : जिला स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष तीन पालियों में 24 घंटे खुले रहेंगे। जिसका दूरभाष संख्या 1077 व 250316 उपलब्ध कराया गया है।
खाद्यान्न का हुआ भंडारण : संभावित बाढ़ के मद्देनजर एसएफसी एवं एफसीआई के गोदाम में खाद्यान्न का भंडारण किया गया है। जानकारी के अनुसार एसएफसी के गोदाम में 40 हजार क्विंटल व एफसीआई के गोदाम में 70 हजार क्विंटल खाद्यान्न का भंडारण किया गया है। एफसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक से एक लाख क्विटंल खाद्य का भंडारण के लिए अनुरोध किया गया है।

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